कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के अन्य महानगरों और छोटे जिलों की तुलना में ग्वालियर जिले में कोरोना वैक्सीन (corona vaccine in gwalior district) के दूसरे डोज का टीकाकरण प्रतिशत काफी पीछे चल रहा है। जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने शत प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए सख्त निर्देश दिए हैं। यही वजह है कि अब निचले स्तर के अधिकारी से लेकर कलेक्टर तक टीकाकरण को शत प्रतिशत लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए जुट गए हैं। इसी कड़ी में ग्वालियर के भितरवार ब्लॉक में पहुंचे कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने टीकाकरण से जुड़ी टीम की बैठक के दौरान सभी को कड़ी फटकार लगाई।

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उन्होंने मंच से कहा की “मुझे एक दिन भी मतलब नहीं है, अगर एक दिन भी डिले हुआ तो मैं फांसी पर टांग दूंगा”। कलेक्टर साहब का कर्मचारी को फांसी पर टांगने वाला यह बयान सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रहा है।

ग्वालियर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह (Gwalior Collector Kaushalendra Vikram Singh) को समीक्षा बैठक के दौरान जब पता चला कि अधिकारियों द्वारा टीकाकरण में लापरवाही बरती जा रही है तो वह आग बबूला हो उठे और वहां बैठे अधिकारियों से टीकाकरण शिविर न लगने का कारण पूछा। अधिकारियों के गोलमोल जवाब पर उन्होनें कहा “मुझे को कोई मतलब नहीं है अगर एक दिन भी डिले हो गया तो में फांसी टांग दूंगा।

फिलहाल कलेक्टर के इस सख्त लहजे के बाद अधिकारी कर्मचारी काफी सहमे हुए है। गौरतलब है की जिले में अभी तक 15 लाख 30 हजार 659 लोगों को पहला डोज, 11 लाख 99 हजार 650 लोगों को ही दूसरा डोज लगाया जा सका है। यही वजह है कि कलेक्टर का गुस्सा जाहिर हुआ है।

कलेक्टर के इस वीडियो को कांग्रेस प्रदेश महामंत्री केके मिश्रा (Congress State General Secretary KK Mishra) ने भी ट्वीट किया है। कांग्रेस प्रदेश महामंत्री केके मिश्रा ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि- ये महाशय ग्वालियर कलेक्टर हैं या जल्लाद!!! पुलिस कमिश्नरी लागू होने से लगता है सबसे ज्यादा ये महाशय ही क्षुब्ध हैं?

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