रवि गोयल, जांजगीर-चांपा. जांजगीर-चांपा के भाजपा नेता व्यास कश्यप रविवार को बसपा में शामिल हो गया. व्यास कश्यप ने उत्तरप्रदेश के पूर्व मंत्री लालजी वर्मा के समक्ष बसपा प्रवेश कर किया. पार्टी में प्रवेश करने के बाद ही जांजगीर विधानसभा से टिकट भी मिल गया. टिकट वितरण के बाद से उनकी बसपा से बात चल रही थी. बात पूरी होने के बाद आज उपेक्षा का आरोप लगाकर पार्टी छोड़ दिया. बसपा द्वारा देर राजा जारी किए सूची में व्यास कश्यप का नाम आ गया है.
दरअसल भाजपा का टिकट तय होने के बाद से ही टिकट की दौड़ में शामिल व्यास कश्यप के बसपा में जाने की खबरें लगातार आ रही थी. लोग व्यास के बसपा प्रवेश से होने वाले नफा-नुकसान का आंकलन कर रहे थे. इन तमाम अटकलों पर रविवार की शाम विराम लग गया. शाम को व्यास कश्यप ने आखिरकार उत्तरप्रदेश के पूर्व मंत्री लालजी वर्मा के समक्ष बसपा प्रवेश कर लिया.
इधर, कांग्रेस ने भी जांजगीर-चांपा में पांचवीं बार मोतीलाल देवांगन को मैदान में उतारा है. अब यहां डेढ़ दशक पुराने प्रतिद्वंदी नारायण चंदेल और मोतीलाल देवांगन फिर से टकराएंगे. इस बीच व्यास कश्यप बसपा को टिकट मिल गया हैं. ऐसे में इस बार प्रदेश के इस हाईप्रोफाइल सीट में मुकाबला काफी दिलचस्प होगा.
बता दें कि व्यास कश्यप की पत्नी सूरज व्यास कश्यप जांजगीर जिला पंचायत अध्यक्ष रहे हैं. इस बार भाजपा से टिकट मिलने की उम्मीद बनाए थे, लेकिन भाजपा ने पुराने प्रत्याशी पर ही अपना विश्वास जताया. अब बसपा से टिकट मिलने के बाद मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. विधानसभा में भाजपा को नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है.