हेमंत शर्मा, इंदौर। नगरीय निकाय चुनाव में नौकरी के लिए भटक रहे युवाओं की नाराजगी भी देखने को मिल रही है। वैकेंसी न निकलने से नाराज छात्रों ने इंदौर में एमपीपीएससी (MPPSC) लापता होने के पोस्टर-बैनर तक लगा दिए हैं। साथ ही प्रदर्शन करने वाले युवाओं ने प्रदेशभर के स्टूडेंट्स और उनके परिजनों से नगरीय निकाय चुनावों में नोटा को वोट देने की अपील कर रहे हैं।

कोरोना काल के बाद युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। वहीं सरकारी नौकरी के लिए भर्तियां भी नहीं निकल रही हैं। जिससे बेरोजगार युवा परेशान है। उनके परिवार के आर्थिक हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहे हैं। ऐसे में ये बेरोजगार नौजवान नगरीय निकाय के चुनावों में वोट की जगह नोटा का बटन दबाने की अपील कर रहे हैं।

अभ्यर्थियों का कहना है कि एमपीपीएससी में पिछले 4 साल में कोई भी भर्ती बिना किसी विवाद के पूरी नहीं हुई है। एमपीपीएससी और पीईबी में भर्तियां अटकी पड़ी हैं, जिस पर न सरकार और ना ही आयोग ध्यान दे रहा है, जिससे उनकी उम्र निकलती जा रही है और कई उम्मीदवार तो ओवर एज होने की कगार पर पहुंच गए हैं। वो आर्थिक और मानसिक परेशानियों से जूझ रहे हैं।उनका परिवार पढ़ाई पर लाखों रुपए खर्च कर नौकरी की राह देख रहा है। एमपीपीएससी बेवजह हर भर्ती को कोर्ट केस में उलझाकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। इसलिए अब नगरीय निकाय चुनाव में उनके पास सिर्फ नोटा का विकल्प है।

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