अहमदनगर. अक्सर मवेशियों या मनुष्यों पर तेंदुए के हमले की खबरें आती हैं, लेकिन अहमदनगर जिले के संगमनेर तालुका के उमरी-बालापुर में एक असाधारण घटना हुई। यहां गुस्साई गायों के हमले में एक तेंदुए की मौत हो गई। तेंदुआ बछड़े का शिकार करने पहुंचा था लेकिन जैसे ही तेंदुआ गौशाला में पहुंचा, लगभग 30-35 गायों ने उसपर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
गायों ने जिस वक्त तेंदुए पर हमला किया, उस समय गौशाला के पास एक और तेंदुआ था लेकिन इस हमले के बाद वह खुद भी डर गया और जंगल में भाग गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह अपने तरह की पहली घटना है। इस घटना के बाद वे गायों की ‘पवित्र शक्ति’ के बारे में चर्चा कर रहे हैं।
उमरी-बालापुर शिवार के करवड़ी क्षेत्र में गायों के लिए सूर्यभान रावसाहेब उंबरकर की गौशाला में लगभग 30-35 गायें हैं। शनिवार रात करीब 8:30 बजे एक तेंदुआ पीछे के दरवाजे से वहां प्रवेश कर गया था, जिसके बाद गायों में भगदड़ मच गई। गायें चिल्ला रही थीं, जिसे सुनकर उंबरकर परिवार भी गौशाला में पहुंच गया।
उन्होंने देखा कि एक तेंदुए को 30-35 गायों ने पैरों के नीचे रौंद दिया। दूसरा तेंदुआ भी गौशाला के बाहर खड़ा था। उन्होंने तुरंत वन विभाग को घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंचे वन्यकर्मियों ने डेढ़ साल के एक नर तेंदुए को गायों के पैरों के नीचे मृत देखा। तेंदुए के हमले में एक बछड़ा भी घायल हो गया।