नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का आज निधन हो गया. उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ. वे 60 साल के थे.
अनिल माधव दवे पिछले कुछ महीनों से अस्वस्थ थे. आज सुबह उन्होंने घर पर अनइज़ी होने की शिकायत की. उन्हें एम्स ले जाया गया. जहां उनकी मौत हो गई. राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और पीएम मोदी ने उनके निधन पर शोक जताया है.
दवे की कल रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पॉलिसी के मसले पर बैठक हुई थी. मोदी ने उनके निधन पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट करके इसे अपनी निजी क्षति बताया है. उन्होंने लिखा कि कल रात ही उनसे मुलाकात हुई थी. उनके निधन से जनता की सेवा के प्रति प्रतिबद्ध सेवक खो दिया है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी दवे के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने लिखा है कि दवे ने बिना थके नर्मदा को अक्षुण बनाए रखने के लिए काम किया. उन्होंने दवे के परिवार वालों के प्रति संवेदना प्रकट की.
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बीएल टंडन, मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह, बीजेपी के संगठन महामंत्री सौदान सिंह, राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडेय, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, बीजेपी के छग अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने भी उनके निधन पर शोक जताया है.
दवे 2009 से राज्यसभा के सदस्य हैं. 2016 में कैबिनेट विस्तार में उन्हें पर्यावरण मंत्रालय दिया गया. वे आजीवन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े रहे. वे संसद की कई समितियों के सदस्य रहे. ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के संसदीय फोरम का भी वे हिस्सा रहे.