लखनऊ. यूपी के पशुधन व दुग्ध विकास और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि दिसंबर 2022 तक निराश्रित पशु सड़कों, खेतों और सार्वजनिक स्थानों पर नहीं दिखाई पड़ेंगे.

बुधवार को मंत्री धर्मपाल सिंह ने पत्रकारों से कहा कि राज्य के ग्रामीण इलाकों में निराश्रित व आवारा पशुओं की बड़ी समस्या अब खत्म होने वाली है. इसके लिए सरकार ने योजना बना ली है. विकास खंड स्तर पर कान्हा पशु उपवन का निर्माण शुरू किया गया है, जहां दो से तीन हजार पशुओं को हर उपवन में रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि अब पशुपालकों के दरवाजे पर पशुओं का इलाज करने के लिए मोबाइल वैन पहुंचेगी जिसमें डाक्टर, दवाएं और अन्य स्टाफ होगा. 1962 नंबर पर काल करने पर एक घंटे में वैन पहुंचेगी.

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मंत्री ने बताया कि यूपी में अब गायों का दूध खरीदने के साथ ही उनका गोबर भी खरीदा जाएगा. गोबर दो रुपए प्रति किलो की दर से सरकार खरीदेगी. जिलों में भूसा बैंक बनाए गए हैं और गोचर भूमि खाली कराकर चारे का प्रबंध किया जा रहा है. पशुओं को संक्रामक रोगों से बचाने के लिए टीके लगाने के साथ उनकी टैगिंग भी की जा रही है.