मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के पताही इलाके में चल रही धार्मिक कथा के दौरान प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने बिहार की सामाजिक और मानसिक स्थिति पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि बिहार की सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां के लोग सिर्फ नौकरी के पीछे भागते हैं। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे ‘नौकरी मांगने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले’ बनने का संकल्प लें।

युवाओं को बनना चाहिए नौकरी देने वाला

अनिरुद्धाचार्य 23 मई से पताही में भागवत कथा कर रहे हैं। कथा के दौरान उन्होंने फिल्मों में हिंदू संस्कृति के खिलाफ चल रहे कथित षड्यंत्रों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने ‘लव जिहाद’ का मुद्दा उठाते हुए कहा कि आजकल फिल्मों में हिंदू लड़कियों को मुस्लिम लड़कों के साथ प्रेम संबंध में दिखाकर गलत संदेश दिया जा रहा है। उन्होंने ‘पीके’ फिल्म का उदाहरण देते हुए कहा कि इसमें एक हिंदू लड़की को एक पाकिस्तानी मुस्लिम लड़के के प्रेम में पड़ता दिखाया गया है, जिससे यह प्रतीत होता है कि यह लव जिहाद को बढ़ावा देने की साजिश है।

फिल्मों को बताया संस्कृति विरोधी

उन्होंने आगे कहा कि फिल्में बच्चों को प्रभावित करती हैं, लेकिन लोग उसके पीछे का एजेंडा नहीं समझते। फिल्मों में मंदिरों और भगवान को भी गलत तरीके से प्रस्तुत किया जाता है। उन्होंने ‘पीके’ फिल्म पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसमें ऐसा दिखाया गया जैसे मंदिर जाना बेकार हो और इससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं।

कथावाचक ने युवाओं को दशरथ मांझी जैसे प्रेरणादायक व्यक्तित्व से सीख लेने को कहा और स्वावलंबन को अपनाने की बात कही ।