दिल्ली। मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करेंगे और सरकार के खिलाफ फिर से मोर्चा खोलेंगे।
अन्ना हजारे ने कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि अगर किसानों के मुद्दे पर सरकार ने कोई ठोस फैसला नहीं लिया और किसानों का हित संरक्षित करने के लिए कदम नहीं उठाए तो वह 30 जनवरी से दिल्ली में किसानों के मुद्दे को लेकर अपने जीवन की अंतिम भूख हड़ताल करेंगे। अन्ना ने कहाकि वह पूरी ताकत से किसानों के हित में आंदोलन और भूख हड़ताल करेंगे।
अन्ना हजारे ने कहा कि उन्होंने रामलीला मैदान में सरकार से आमरण अनशन करने की अनुमति देने की मांग की है। अगर रामलीला मैदान में अनशन की अनुमति नहीं मिलेगी तो जहां जगह उपलब्ध होगी वहीं अनशन शुरू करूंगा। अन्ना ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री को किसानों की समस्याओं को लेकर पत्र लिखा है लेकिन उसका कोई जवाब नहीं आया है।
उन्होंने कहा कि कृषि पर एमएस स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों समेत उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वह भूख हड़ताल करेंगे।