भुवनेश्वर: ओडिशा के आदिवासियों की जीवनशैली, कला, संस्कृति और परंपराओं को प्रदर्शित करने वाला आदिवासी मेला-2024 का शनिवार को शुभारंभ किया गया. जो कि 5 फरवरी तक चलेगा. यह जनता के लिए प्रतिदिन दोपहर 2.30 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुला रहेगा. मेले के उद्घाटन समारोह में एसटी और एससी विकास और अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री जगन्नाथ सरका ने भाग लिया, जबकि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने वर्चुअल मोड के माध्यम से आदिवासी मेले में भाग लिया और अपनी शुभकामनाएं दी. समारोह में आयुक्त सह सचिव रूपा रोशन साहू सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल हुईं.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आदिवासी हमारे गौरव हैं. आदिवासियों के उत्थान, कल्याण और उनकी संस्कृति की सुरक्षा के लिए विशेष विकास परिषदों का गठन किया गया है. विद्यार्थियों को आदिवासी संस्कृति से परिचित कराने के लिए आदिवासी स्कूलों में भाषा प्रयोगशाला स्थापित करने की पहल की गई है. आदिवासी कला को राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान मिली है. वहीं आदिवासी मेला हमारे राज्य में काफी लोकप्रिय आयोजन है. इससे आदिवासियों के उत्पादों के लिए बाजार संपर्क बनाने का प्रयास किया गया.
मंत्री सराका ने कहा कि जनजातियों की जीवनशैली और परंपराओं को जनता के सामने लाने के लिए विभाग हर साल आदिवासी मेले का आयोजन करता है. उन्हें सामाजिक और आर्थिक सोच से जोड़ने के उद्देश्य से मेलों का आयोजन किया जा रहा है. इससे जनजातीय हस्तशिल्प और जनजातीय क्षेत्रों के उत्पादों को बेचने का अवसर पैदा हुआ है. इस मेले में राज्य सरकार के प्रयासों से विकसित आदिवासियों की जीवनशैली को प्रदर्शित किया जायेगा.
आयुक्त सह सचिव ने कहा कि 1951 में पहली बार कटक में शुरू हुआ यह मेला 1954 से भुवनेश्वर में आयोजित होता आ रहा है. हर साल विभाग इसमें नये तत्व जोड़ने का प्रयास करता रहता है. इस मेले में लोगों को आदिवासी बाजार देखने को मिलेगा. इसके अलावा शाम को भाषा पर जोर देते हुए बहुभाषी थिएटर फेस्टिवल भी आयोजित किया जाएगा. आयुक्त सह सचिव ने आदिवासी समुदायों की मांग को देखते हुए जल्द ही स्थायी दुकानें उपलब्ध कराने की बात कही. इस वर्ष आदिवासी मेले में 109 स्टॉल लगाए गए हैं और उद्घाटन समारोह में विशेष पत्रिका “आदिवासी” का 63वां संस्करण लॉन्च किया गया है.
इसके अलावा विभिन्न आदिवासी समुदाय के 10 लोगों को आदिवासी प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया गया है. समारोह में एससीएसटी आरटीआई के निदेशक इंद्रमणि त्रिपाठी ने स्वागत भाषण दिया जबकि विशेष पदाधिकारी समरेंद्र भूतिया ने धन्यवाद ज्ञापन किया. उपनिदेशक संतोष कुमार रथ और अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक