दिल्ली. लग रहा है बैंकों से पैसा लेकर भागने का सीजन आ गया है. जिसे देखो बैंक को चपत लगाकर रफूचक्कर हुआ जा रहा है. अगर इसी गति से बड़े बड़े घोटालेबाज पैसे लेकर भागते रहे तो आम आदमी का बैंकिग सिस्टम से भरोसा ही उठ जाएगा.
पहले ललित मोदी फिर विजय माल्या फिर नीरव मोदी औऱ अब भगोड़ों की ताजा लिस्ट में एक औऱ नाम जुड़ गया है. ये नाम है मशहूर पेन कंपनी रोटोमैक के मालिक विक्रम कोठारी का. कभई टीवी पर भारी भरकम विज्ञापन आते थे इस पेन के. खास बात ये है कि इस पेन का विज्ञापन करने के लिए सुपरस्टार सलमान खान को हायर किया गया था. अब कोठारी साहब ने अपने पेन से फ्राड की कहानी लिखी औऱ बैंकों को चूना लगाया औऱ हो गए हैं फरार.
कोठारी साहब के घोटाले की बात दरअसल तब सामने आई जब देश नीरव मोदी के कारनामे से हलकान हुआ जा रहा था. गौरतलब है कि कोठारी साहब मशहूर पान मसाला कंपनी पान पराग के भी मालिक रहे हैं. परिवार में बंटवारे के बाद विक्रम कोठारी ने रोटोमैक ब्रांडनेम से पेन लांच किया और जब बैंकों ने लंबे अरसे से न चुकाए गए लोन की पड़ताल की तो उनके होश उड़ गए. कोठारी साहब पांच सरकारी बैंकों को करीब 5000 करोड़ का चूना लगाकर फरार हो गए हैं.
विक्रम कोठारी ने इलाहाबाद बैंक से करीब साढ़े तीन सौ करोड़, यूनियन बैंक से करीब पांच सौ करोड़, बैंक आफ बड़ौदा से करीब छह सौ करोड़, बैंक आफ इंडिया व इंडियन ओवरसीज बैंक से करीब अठाइस सौ करोड़ रुपये का कर्ज लेकर रफूचक्कर हैं.
कोठारी साहब का कारोबार कानपुर शहर में फैला हुआ है. ये अभी तक कानपुर में ही रहते थे लेकिन इनके अड़ोसी-पड़ोसियों का कहना है कि उनको सालभर से किसी ने नहीं देखा है. अब बैंकों ने कोठारी साहब की तलाश शुरु की है लेकिन फिलहाल वे उनकी पकड़ से दूर हैं. वहीं विक्रम कोठारी के बेटे राहुल कोठारी का कहना है कि पिताजी कहीं नहीं गए हैं वे देश में ही हैं और हम बैंकों का पैसा चुका देंगे.
देखना ये है कि कोठारी साहब भी माल्या, मोदी की कड़ी में अगला नाम होते हैं या फिर उनको एजेंसियां पकड़कर कुछ माल मुद्रा हासिल कर सकती हैं. वहीं बैंकों के अधिकारी कह रहे हैं कि वे कोठारी की संपत्ति बेंचकर अपनी रकम हासिल करेंगे. देखना है कि रोटोमैक के मालिक कोठारी साहब के फ्राड पर बैंक कुछ कर पाते हैं या फिर वो भी यूरोप की वादियों में बैंकों से लिए कर्ज पर ऐश करके अपनी जिंदगी मजे से गुजार देंगे.