लखनपुर. सरगुजा जिले के लखनपुर में स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में शुक्रवार को एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (आरआरवीयूएनएल) ने विद्यालय के लिए 20 सीटों वाली नई स्कूल बस प्रदान की गई. इसका उद्देश्य लखनपुर के आसपास के ग्राम भरतपुर, गणेशपुर, झंवरपारा, कोसांगा, इत्यादि सहित कुल 11 ग्रामों के 82 बच्चों को आवागमन के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित कराना है.

बस का लोकार्पण व हस्तांतरण मुख्य अतिथि आरआरवीयूएनएल के अतिरिक्त मुख्य अभियंता बाबूलाल वर्मा ने फीता काटकर और बस के जरूरी कागजातों को विद्यालय की प्राचार्या मधू पांडे को सौंपकर किया. इस दौरान आरआरवीयूएनएल के उप मुख्य अभियंता लालचंद बरेसाह, अदाणी इंटरप्राइसेस, सरगुजा के क्लस्टर एचआर हेड राम द्विवेदी, भू विभाग प्रमुख राजेश साव, अदाणी फाउंडेशन सरगुजा के प्रमुख अशोक पांडा और अमित राय मौजूद थे. इसके अलावा जिला पंचायत सदस्य एवं व्यवस्थापक विजय अग्रवाल, नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि दिनेश साहू, नगर पंचायत उपाध्यक्ष सन्नी बंसल, वार्ड पार्षद राकेश साहू, सरस्वती शिशु मंदिर के अध्यक्ष आशीष मंगल, सुनील अग्रवाल, सौरभ अग्रवाल, स्कूल के शिक्षकगण सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित थे. स्थानीय विधायक राजेश अग्रवाल के परामर्श से आरआरवीयूएनएल के परसा ईस्ट केते बासेन खदान के सामाजिक सरोकार के अंतर्गत अदाणी फाउंडेशन द्वारा स्कूल बस को करीब 20 लाख रुपये की लागत से खरीदी गई है.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बाबूलाल वर्मा ने कहा किआरआरवीयूएनएल क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. मैं आशा करता हूं कि इस बस के संचालन से आसपास के ग्रामीण इलाकों से पढ़ने वाले विद्यार्थियों को आवागमन का एक सुरक्षित सहायता उपलब्ध होगी. कार्यक्रम के अंत में विद्यालय प्रबंधन द्वारा आरआरवीयूएनएल और अदाणी फाउंडेशन का आभार और धन्यवाद व्यक्त किया.

आरआरवीयूएनएल द्वारा क्षेत्र में ढांचागत विकास की श्रंखला में खदान के पास के 14 गावों की बड़ी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सरकारी स्कूलों में मरम्मत तथा बाला पेंटिंग, अतिरिक्त कक्षाओं एवं पक्के शौचालयों का निर्माण, गांव में सड़क निर्माण एवं यात्री प्रतीक्षालयों के मरम्मत तथा सौंदरीकरण इत्यादि के कार्य शामिल है. साथ ही पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए 15 लाख से ज्यादा पेड़ 450 हेक्टेयर से ज्यादा खनन की हुई जमीन में रोपित किया है.