राउरकेला. कुछ दिन पहले राउरकेला की सहायक कलेक्टर सुष्मिता मिंज को एक तालाब में रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाए जाने के बाद, अब उदित नगर पुलिस स्टेशन में तैनात एक महिला ASI की भी संदिग्ध हालातों में मौत हो गई है. एक स्वस्थ पुलिस अधिकारी की अचानक मौत ने अब कई सवाल खड़े कर दिए हैं. इस डबल डेथ मिस्ट्री पर कई अटकलें लगाईं जा रही है. शहर में लगातार दो महिला अफसरों की रहस्यमयी मौत के बाद अब लोग इसे हत्या की साजिश बता रहे हैं.

जानकारी के मुताबिक, महिला एएसआई अलीसा नरमी लुगुन एक दुर्घटनास्थल पर गई थीं. तभी उन्हें बेचैनी महसूस हुई और उन्हें अस्पताल ले जाया गया. हालांकि, वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया. पीएम रिपोर्ट से पता चलता है कि महिला एएसआई की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है. वहीं परिवार के सदस्यों ने एक बड़ी साजिश का आरोप लगाते हुए अलीसा की मौत को राउरकेला सहायक कलेक्टर की मौत से जोड़ा है. परिवार के सदस्यों ने इस डबल डेथ मिस्ट्री मामले में राउरकेला एडीएम डॉ. शुभंकर महापात्र, सुंदरगढ़ कलेक्टर गवली पराग हर्षद, गुरुंडिया बीडीओ बर्नाडेथ लकड़ा और सुंदरगढ़ सीडीपीओ की संलिप्तता का संदेह जताया है.

इससे पहले राउरकेला के सहायक कलेक्टर (दिवंगत) के भाई ने यह बयान दिया था कि मिंज जब डिप्रेशन में थी तब महिला एएसआई अलीसा को उनकी सुरक्षा के लिए नियुक्त किया गया था. इसके अलावा, मिंज के भाई ने यह भी आरोप लगाया है कि सुष्मिता को घर भेजने की बजाय, अधिकारियों ने उन्हें परिवार से दूर एक होटल में रखा और कुछ दिनों बाद रहस्यमय परिस्थितियों में मिंज की लाश मिली. इसके अलावा परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि जब सुष्मिता का शव राउरकेला में प्लांट साइड पुलिस सीमा के सेंचुरियन पार्क के अंदर एक तालाब में देखा गया, तो उसके शरीर पर चोट के निशान थे. मिंज के भाई ने यह भी सवाल किया है कि “लेडी एएसआई अलीसा को मेरी बहन की सुरक्षा के लिए नियुक्त किया गया था. जब मेरी बहन की हत्या हुई तब वह कहां थी.” इस सवाल का जबाव मिलता इससे पहले लेडी एएसआई अलीसा की ही मौत हो गई है.

दूसरी ओर एएसआई अलिसा नरमी लुगुन के पति ने भी स्वस्थ्यगत कारणों से मौत की रिपोर्ट का खंडन किया है. अलिशा के पती ने कहा कि उनकी पत्नी की मौत बीमारी से नहीं हुई है. बल्की उनकी हत्या कर दी गई है. उन्होंने कहा कि “उसे कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं थी. उनके पति का कहना है कि दुर्घटना स्थल पर ड्यूटी के दौरान उनकी हत्या की गई है. क्योंकि अलिशा के चेहरे पर कई चोट के निशान थे.” इन आरोपों पर अभी तक राउरकेला पुलिस की कोई भी प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है.

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