दिल्ली. अभी देश की बैंकिंग इंडस्ट्री नीरव मोदी के दिए झटके से उबर भी नहीं पाई थी कि रोटोमैक कंपनी के मालिक ने बैंकों को चूना लगा दिया. इस चूना लगाने की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए एक और फ्राड बिजनेसमैन ने देश की बैंकिग इंडस्ट्री को ऐसा झटका दिया है कि सरकार के साथ-साथ बैंक अधिकारी भी पसीना पोछते नजर आ रहे हैं.

तमिलनाडु के एक गोल्ड ज्वैलर ने करीब दर्ज भर से भी ज्यादा बैंकों को लगभग हजार करोड़ का चूना लगा दिया है. एसबीआई के नेतृत्व वाली बैंकों के कंसोर्टियम ने एक कंपनी कनिष्क गोल्ड प्राइवेट लिमिटेड को करीब 825 करोड़ रुपये का लोन दिया था. इस कंपनी के प्रमोटर और डायरेक्टर हैं भूपेश कुमार जैन और उनकी पत्नी नीता जैन. रिकार्ड में कंपनी का आफिस चेन्नई में स्थित है.

अब लंबे अरसे से जब बैंकों का कर्ज चुकाने कोई नहीं आया तो बैंक अधिकारियों ने इस बिजनेसमैन से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन दोनों पति-पत्नी का कहीं कोई अता-पता नहीं चला. अब जब पड़ताल की गई तो पता चला कि ये फ्राड दंपत्ति बैंकों का पैसा हजम कर मारीशस में बड़े मजे से जिंदगी गुजार रहा है.

अब पैसा वसूली के सारे दरवाजे बंद होने के बाद एसबीआई अधिकारियों ने सीबीआई में इस फ्राड दंपत्ति की शिकायत की है लेकिन ये बिजनेसमैन फरार है. जानकारी के मुताबिक इसने मार्च 2017 से लोन का भुगतान करना बंद किया. उसके बाद कंपनी ने धीरे-धीरे अपने सभी आफिस औऱ शोरुम बंद करने शुरु कर दिए. जब तक बैंक इस गोरखधंधे को समझ पाती तब तक ये खिलाड़ी देश छोड़कर जा चुका था. उधर, बैंक अधिकारियों का कहना है कि 825 करोड़ के आसपास तो बैंकों का कर्ज ही है अगर ब्याज जोड़ लिया जाय तो ये रकम 1000 करोड़ से भी ऊपर की बैठती है. अब हम और आप भले ही इस फ्राडस्टर के देश छोड़कर भाग जाने पर विलाप करें लेकिन देश को और हमारी आपकी गाढ़ी कमाई को चूना लगाने का सिलसिला बंद होने का नाम नहीं ले रहा है.