ईरानी गिरोह के एक और सदस्य देबानंद जेना को कई लोगों को हनी ट्रैप में फंसाने और ब्लैकमेल करने के आरोप में खोर्धा जिले के तमांडो इलाके से गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि 15 सितंबर को महिला ब्लैकमेलर ईरानी पात्रा और उनके पति बापी उर्फ निशिकांत पात्रा के खिलाफ लोगों को हनी ट्राप में फंसा कर उनको ब्लाकमेलिंग कर करोड़ों रुपए हड़प ने के मामले में एक शिकायत दर्ज की गई थी.

भुवनेश्वर के तमांडो पुलिस स्टेशन के अंतर्गत नारगोड़ा गांव के सौभाग्य जेना ने इस आरोपी दंपति के खिलाफ मामला दर्ज किया था. शिकायतकर्ता जेना ने दावा किया कि निशिकांत ने उनकी पत्नी को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में नौकरी दिलाने में मदद करने के लिए उनसे 3.60 लाख रुपये की मांग की थी.

3.60 लाख रुपये में से, जेना ने 1.6 लाख रुपये PhonePe के माध्यम से और 2 लाख रुपये नकद दिए थे क्योंकि निशिकांत ने उसे यह कहते हुए नौकरी का आश्वासन दिया था कि वह विभिन्न मंत्रियों के संपर्क में है. हालाँकि, जब जेना ने उनसे नौकरी के बारे में पूछा तो ईरानी पात्रा और निशिकांत पात्रा ने उन्हें धमकियाँ दीं. दंपति ने जेना को उसके खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराने की धमकी भी दी.

इस ताजा मामले के साथ, ईरानी पात्रा और निशिकांत पात्रा के खिलाफ दर्ज शिकायतों की संख्या बढ़कर चार हो गई क्योंकि उनके खिलाफ पहले ही तीन मामले दर्ज किए गए थे. इस बीच, हनी ट्रैपिंग और ब्लैकमेलिंग रैकेट पर पूछताछ के लिए ईरानी पात्रा के पति निशिकांत पात्रा को रिमांड पर लाया जाएगा. पुलिस बैंक लेनदेन विवरण, मोबाइल चैट और कॉल सीडीआर रिपोर्ट के बारे में पूछताछ करेगी.

उल्लेखनीय है कि पुलिस ने 11 सितंबर को एक डॉक्टर की शिकायत के आधार पर महिला ब्लैकमेलर ईरानी पात्रा और उसके पति सहित तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया था.