वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर. नगर निगम क्षेत्र के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रो में डायरिया का प्रकोप बढ़ रहा है. शहर में डायरिया से फिर एक मौत हुई है. चांटीडीह के बाद अब बिल्हा के हथनी गांव की एक महिला की मौत हो गई है. उल्टी-दस्त से पीड़ित महिला को सिम्स में भर्ती किया गया था. 24 घंटे के भीतर इलाज के दौरान 32 वर्षीय परमेश्वरी ने दम तोड़ दिया. जिले में 6 दिन में डायरिया से ये पांचवी मौत है.
बता दें कि बिलासपुर में डायरिया ने अपना पांव पसार लिया है. शहर में डायरिया से पीड़ित 100 से ज्यादा मरीजों की पहचान की गई है. शुरुआती तीन दिनों से बिलासपुर में डायरिया का प्रकोप तेजी से फैला. अब लगातार मरीजों की संख्या में इजाफा भी हो रहा है. वहीं स्वास्थ्य विभाग डायरिया महामारी को कंट्रोल करने के लिए कैम्प लगा रहा है.
शहर के चांटीडीह स्थित वार्ड नंबर 55, 56 और 59 में डायरिया के मरीज मिल रहें है, जिसमें उल्टी, दस्त, बुखार और कमजोरी की समस्या को लेकर मरीज सामने आ रहें हैं. स्वास्थ्य विभाग ने दस्त रोगी शिविर लगाकर मरीजों का उपचार करते हुए दवाओं का वितरण कर रहे हैं.
वहीं गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों को जिला अस्पताल और सिम्स अस्तपाल में रेफर किया जा रहा है. चांटीडीह क्षेत्र के रामायण चौक और मुस्लिम मोहल्ले में गंदे पाइप से पीने का पानी सप्लाई होने की वजह से महामारी फैली हुई है. पिछले दिनों इनमें से करीब 52 लोगों को सिम्स अस्पताल में दाखिल किया जा चुका है.