रायपुर। अंतागढ़ टेपकांड मामले में मंतूराम पवार का आज वॉयस सैंपल होना था, लेकिन नहीं हो पाया. क्योंकि अंतागढ़ टेपकांड की डायरी कोर्ट नहीं पहुंच पाई है. मंतूराम वॉयस सैम्पल देने के लिए दोपहर एक बजे से मौजूद थे. कोर्ट में डायरी नहीं पहुंचने से वॉयस सैम्पल नहीं हो पाया है.

मंतूराम पवार ने बताया कि कोर्ट के आदेशानुसार आज मैं कोर्ट गया था लेकिन डायरी पेश नहीं होने के कारण आज वाइस सैंपल की कार्रवाई नहीं हुई. सभी को बुलाया गया था लेकिन अजीत जोगी, अमित जोगी, डॉक्टर पुनीत गुप्ता नहीं पहुँचे थे. डायरी पेश नहीं होने के कारण डेट एक दिन बढ़ाया गया है. उन्होंने कहा कि वॉयस सैंपल सभी को देना चाहिए. डॉक्टर रमन सिंह को आगे बढ़ते हुए पुनीत गुप्ता को वाइस सैंपल के लिए भेज देना चाहिए और अजीत जोगी अमित जोगी को भी आना चाहिए इससे सच का पता चलेगा.

बता दें कि मंतूराम पवार ने अंतागढ़ टेपकांड मामले में न्यायालय के समझ 164 के तहत बयान दर्ज करवाया है. जिसके कई बड़े खुलासे करते हुए बड़े नेताओं के नाम लिए है.

यह है पूरा मामला

दरअसल 2015 में अंतागढ़ टेपकांड ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल ला दिया था. इस टेपकांड को इंडियन एक्सप्रेस सामने लेकर आई थी. इंडियन एक्सप्रेस ने एक खबर एक टेप के हवाले से छापी थी. जिसमें कथित रूप से अजीत जोगी के बेटे और तत्कालीन मरवाही विधायक अमित जोगी और तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के दामाद डॉक्टर पुनीत गुप्ता के बीच बातचीत का कथित ऑडियो है. जिसमें दोनों कथित रूप से रुपयों के लेनदेन की बात कर रहे हैं. ये लेनदेन कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम पवार के नाम वापिस लेने को लेकर है.

इस ऑडियो में 2014 में कांकेर ज़िले के अंतागढ़ में हुए उपचुनाव के दौरान की बातचीत है. जब कांग्रेस के उम्मीदवार मंतूराम पवार ने रहस्यमयी तरीके से नाम वापसी के दिन अपना नाम वापिस ले लिया. जिसके बाद बीजेपी उम्मीदवार भोजराम नाग चुनाव जीत गए.