रायपुरअंतागढ़ टेप कांड के गवाहों को प्रभावित करने की आशंका जताते हुए  प्रकरण के प्रमुख आरोपियों की गिरफ्तार की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने राज्यपाल को पत्र लिखा है.

कुणाल शुक्ला ने राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा कि अंतागढ़ टेप कांड में 4 साल बाद रायपुर पुलिस ने जुर्म दर्ज किया था. इस मामले में प्रमुख आरोपी मंतूराम पवार और डॉ पुनीत गुप्ता की अग्रिम जमानत रायपुर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने खारिज कर दिया है. वहीं दो आरोपियों – अजीत जोगी और अमित जोगी ने अग्रिम जमानत के लिए किसी भी न्यायालय में आवेदन नहीं दिया है. 

ऐसी स्थिति में अंतागढ़ टेप कांड के चारों प्रमुख आरोपी अजीत जोगी, अमित जोगी, मंतूराम और डॉ पुनीत गुप्ता रायपुर पुलिस के ही सामने खुलेआम कानून का माखौल उड़ाते हुए घूम रहे हैं. इनके रसूख तथा धनबली होने की वजह से अग्रिम निरस्त हो जाने के बावजूद पुलिस इन्हें इसलिए गिरफ्तार नहीं कर रही है, ताकि सभी आरोपी हाईकोर्ट में जमानत के लिए विकल्प तलाश लें.

कुणाल ने इसे रायपुर पुलिस का यह दोगला चेहरा बताते हुए कहा कि एक तरफ वह गरीब, मजदूर, किसान, पत्रकार को छोटे-मोटे जुर्म में झूठा फंसा कर गिरफ्तार कर लेती है, लेकिन अंतागढ़ टेप कांड के धनबली रसूखदार राजनीतिक लोगों को संरक्षण देती है. ऐसी स्थिति में उन्होंने राज्यपाल से अंतागढ़ टेप कांड के तमाम प्रमुख आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आदेशित की मांग की है.