हेमंत शर्मा, रायपुर। छत्तीसगढ़ की सिसायत में भूचाल मचाने वाला अंतागढ़ टेपकांड में लगातार कई नए खुलासे होते जा रहे हैं. इन खुलासों ने भाजपा और जोगी कांग्रेस की नींद उड़ा दी है.  मंतूराम की ओर से कोर्ट में शपथ-पत्र और फिर प्रेसवार्ता लेकर तत्कालीन रमन सरकार और जोगी परिवार जो आरोप लगाए गए, उसके बाद से रमन सिंह और जोगी परेशानियों से घिर गए हैं. दोनों ही नेताओं को अंतागढ़ उपचुनाव में खरीद-फरोख्त का मास्टर माइंड बताया गया है.

अब इसी मामले में 19 सितंबर गुरुवार का दिन महत्वपूर्ण है. क्योंकि अब की बार मंतूराम उन 6 प्रत्याशियों के साथ प्रेसवार्ता करने वाले जिन्होंने उपचुनाव में नाम वापस ले लिए थे. रायपुर प्रेस क्लब में दोपहर 1 बजे होने वाली प्रेसवार्ता पर निगाहें न सिर्फ भाजपा और जोगी कांग्रेस की है, बल्कि कांग्रेस की नज़र भी इस पत्रवार्ता पर है. आखिर ये मंतूराम के साथ अन्य 6 प्रत्याशी क्या कहने वाले हैं ? क्या वे भी मंतूराम की तरह ही कोई शपथ-पत्र कोर्ट में देंगे ? क्या कोई प्रमाण प्रस्तुत करेंगे ? या फिर सीधे तौर वे भी इस घटना में आरोप नेताओं पर लगाएंगे ?