मुंबई। उद्योगपति मुकेश अंबानी के निवास ‘एंटीलिया’ के बाहर मिली विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की मौत के मामले में मुंबई पुलिस के सचिन वाजे के अलावा तीन और लोग शामिल थे. इस बात का खुलासा बुधवार को ठाणे कोर्ट के आदेश के बाद एनआईए को सौंपी रिपोर्ट में हुआ है.

मामले की जांच में एटीएस को पता चला है कि मनसुख को क्लोरोफॉर्म सुंघाकर बेहोश किया गया और उसके बाद उसकी सांस को रोककर हत्या की गई. इस घटनाक्रम के दौरान सचिन वाजे भी मौके पर मौजूद था. जांच में पता चला कि मनसुख के चेहरे पर बंधे रुमालों में क्लोरोफॉर्म डाला गया था. बेहोश होने के बाद उसकी सांस रोककर मौत के नींद सुला दिया. इसके बाद उसे समुद्र में फेंका था.

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सचिन वाजे ने इस घटनाक्रम से अपने को अलग दिखाने के लिए कई तरकीबें अपनाई, इसमें मोबाइल से नार्मल कॉल करने की बजाए उसने वाट्सएप कॉल का सहारा लिया. यही नहीं अपनी उपस्थित मुंबई में दिखाने के लिए उसने डोंगरी इलाके में टिप्सी बार में छापा मारने का नाटक किया. इसके अलावा मोबाइल को अपने मुंबई स्थित कार्यालय में चार्ज पर लगा दिया, जिससे उसकी उपस्थिति मुख्यालय में साबित हो सके.

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