Gangster Anuj Kanaujia Encounter: गैंगस्टर मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) गैंग का शार्प शूटर और इनामी बदमाश अनुज कनौजिया मुठभेड़ में मारा गया है। झारखंड के जमशेदपुर में यूपी STF और झारखंड पुलिस ने ज्वॉइंट ऑपरेशन में 2.5 लाख के इनामी बदमाश को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। अनुज कनौजिया मुख्तार अंसारी गैंग का सक्रिय शार्प शूटर था और उस पर मऊ, गाजीपुर और आजमगढ़ जिलों में 24 संगीन आपराधिक मामले दर्ज थे। अनुज का पूर्वांचल के कई जिलों में खौफ था और वह मुख्तार का भरोसेमंद आदमी था। उसे मुख्तार का राइट हैंड कहा जाता था।

तो चलिए इस रिपोर्ट में हम अनुज कनौजिया का आपराधिक इतिहास के खंगालने की कोशिश करते हैं। बेखौफ हत्याएं करने वाला कनौजिया अपराध कु दुनिया में कैसे कदम रखा और आतंक फैलाया।
कौन था अनुज कनौजिया
अनुज कनौजिया यूपी के मऊ जिले का रहने वाला था। उसके ऊपर ढाई लाख रुपये का इनाम था। अनुज कनौजिया पर बीते गुरुवार को इनाम की राशि ढाई गुना बढ़ाई थी। अब यह घोषित राशि ढाई लाख रुपये हो गई थी। उसके खिलाफ 2 दर्जन से ज्यादा मुकदमे थे। वह मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर था।अनुज कनौजिया उत्तर प्रदेश से फरार होकर झारखंड के जमशेदपुर में छुपकर रह रहा था।
अनुज कनौजिया का आपराधिक इतिहास
अनुज कनौजिया का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है। अनुज पर मऊ के अलावा गाजीपुर में भी कई मामले दर्ज हैं। कोतवाली थाने में सबसे ज्यादा छह मुकदमे दर्ज हैं। रानीपुर में 5, दक्षिण टोला थाने में 2 व चिरैयाकोट कोतवाली में 3 मामले दर्ज हैं। 3 मुकदमे गाजीपुर जिले के दुल्लहपुर थाने में भी दर्ज हैं। इसके अलावा अन्य थानों में भी मुकदमे दर्ज हैं। जानकारी के मुताबिक, वह 5 सालों से फरार चल रहा था। अनुज कनौजिया को पकड़ने के लिए पुलिस काफी पसीना बहा चुकी थी।
भाई की हत्या का बदला लेने के लिए बना था माफिया
अनुज कनौजिया ने अपराध की दुनिया में पहला कदम अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए रखा था। इसके बाद अपराध के दलदल में फंसता चला गया। अनुज कनौजिया का जिले में एक समय में इतना आतंक था कि उसकी दहशत में दुकान के बोर्ड से लोगों ने अपने मोबाइल नंबर मिटवा दिए थे। उसने 4 मर्डर किए थे। इसका सबसे ज्यादा खौफ रानीपुर और चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के बाजारों में था। चिरैयाकोट बाजार में होली से पहले हीरो होंडा एजेंसी संचालक की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। वर्ष 2009-10 में जिले का एक बड़ा ठेका मैनेज करने में कुछ लोग अड़चन पैदा कर रहे थे। इस पर अनुज ने एक इंजीनियर की हत्या कर दी थी। पुलिस ने अनुज और इसके साथियों को गिरफ्तार किया था, जहां उसे जिला जेल मऊ से गोरखपुर कारागार भेजा गया था।
अनुज कनौजिया गोरखपुर जेल में वर्ष 2016 तक रहा। इसके बाद मेरठ भेज दिया, वहां जाकर अनुज कनौजिया की बेल हो गई। वर्ष 2019 में मऊ के तरंवा ऐराकला गांव में एक व्यक्ति की हत्या में अनुज को आरोपी बनाया गया था। इसमें मुख्तार अंसारी के साथ ही अनुज समेत 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। तभी से अनुज कन्नौजिया फरार चल रहा था।
दोनों हाथों से चलाता था पिस्टल
अनुज कनौजिया दोनों हाथों से पिस्टल लेकर एक साथ फायर कर सकता था। इसी खूबी से वह जल्द गैंग का एक्टिव सदस्य बन गया था। मुख्तार अंसारी के अच्छे दिनों में इसकी ठाठ भी मुख्तार से कम नहीं थी. मुख्तार के इस भरोसेमंद शूटर का मुख्य काम हथियारों की खरीद फरोख्त, शूटर्स की भर्ती, ठेके पर हत्याओं की साजिश रचना आदि था। साल 2012 के दौरान अनुज गोरखपुर जिला कारागार में भी बंद था। मुख्तार के बुरे दौर की शुरुआत होने के बाद से ही अनुज भी यतीम हो चला और STF की गोलियों से बचने की कोशिश करता रहा। अंत में मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अनुज कन्नौजिया का बचना मुश्किल होता जा रहा था। आखिरकार गोरखपुर STF ने शनिवार को मुठभेड़ में उसे ढेर कर दियाय पुलिस ने मौके से हथियार और कारतूस सहित अन्य चीजें बरामद की हैं।

प्रेमिका-पत्नी के खूबसूरती के थे खूब चर्चे
गोरखपुर जेल में बंद रहने के दौरान आजमगढ़, गाजीपुर आदि जिलों में पेशी पर जाने के दौरान वह जीयनपुर स्थित अपनी प्रेमिका रीना से जरूर मिलता था। उसकी प्रेमिका के सुंदरता के चर्चे उसके गिरोह में आम बात थी। बाद में अनुज ने अपनी प्रेमिका रीना से शादी भी कर ली थी। पुलिस एनकाउंटर में ढेर मुख्तार के शूटर अनुज कनौजिया की गैंगस्टर पत्नी फिलहाल मऊ जेल में बंद है। शादी के बाद रीना पति अनुज के अवैध धंधों को संभालती थी। 2023 में रंगदारी के मामले में पुलिस ने रीना को झारखंड के रांची से अरेस्ट किया था। उसके दो बच्चे भी हैं। उसकी पत्नी पहले उसकी प्रेमिका रह चुकी है। उसकी खूबसूरती के भी खूब चर्चे होते थे।
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सितंबर 2021 में कुर्क हुई थी अनुज की संपत्ति
बाहुबली मुख्तार अंसारी के करीबी अनुज कनाैजिया की संपत्ति को कोर्ट के निर्देश पर 21 सितंबर 2021 को बहलोलपुर नवापुरा में चल-अचल संपत्ति को कुर्क कर लिया गया था। तत्कालीन एसपी के अनुसार, माफिया मुख्तार गैंग के खिलाफ तरवां थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था, जिसमें अनुज कनाैजिया ही फरार था। वह न्यायालय में पेश नहीं हो रहा था। इस पर गैंगस्टर कोर्ट ने उसके खिलाफ कुर्की का आदेश जारी किया था।
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