रायपुर. नई दिल्ली में कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया, भूपेश बघेल और स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भुवनेश्वर कलिता की बैठक खत्म हो गई. बताया जा रहा है कि जिन 18 सीटों पर पेंच फंसा था. इस बैठक में उसे लेकर चर्चा हो चुकी है. कांग्रेस कभी भी इन सीटों पर नाम का ऐलान कर सकती है.

टिकटों में उलझे रहने की वजह से कांग्रेस प्रचार में बीजेपी से पिछड़ती नज़र आ रही है. दूसरे चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 2 नवंबर है. नामांकन दाखिल करने में इस बार कई औपचारिकताओं को पूरा करना पड़ रहा है. दावेदार इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कम वक्त में वे कैसे नामांकन दाखिल करेंगे.

जिन सीटों पर कांग्रेस का पेंच फंसा है. उनमें बीजेपी के कद्दावर मंत्री के कब्जे वाली सीटें शामिल हैं. मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की सीट रायपुर दक्षिण, मंत्री अमर अग्रवाल की बिलासपुर और अजय चंद्राकर की सीट कुरुद पर किसे खड़ा किया जाए, इसे लेकर पार्टी में असमंजस मचा हुआ है. इनमें से रायपुर दक्षिण और बिलासपुर की सीट पर लंबे समय से बीजेपी के मंत्री जीतते आ रहे हैं.

जबकि पार्टी ने अगस्त में रणनीति बनाई थी कि जिन सीटों पर बीजेपी लंबे समय से जीत रही है. उस पर प्रत्याशी पहले घोषित किए जाएं. ताकि उम्मीदवार को तैयारियों और प्रचार का वक्त मिल सके. इन सीटों पर अब उम्मीदवारों के पास काफी कम वक्त होगा.