Apollo Micro Share Price: बुधवार को शेयर बाजार की तेजी को देखते हुए दोपहर के कारोबार में अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के शेयरों में 10 फीसदी की बढ़त दर्ज की जा रही थी और यह 12 रुपये की बढ़त के साथ 133.40 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहे थे. लगभग 3500 करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ अपोलो माइक्रो सिस्टम्स अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है.

अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के शेयरों का 52-सप्ताह का निचला स्तर ₹22 है. पिछले 5 दिनों में अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के शेयरों ने निवेशकों को 13 फीसदी और पिछले 1 महीने में 100 फीसदी का रिटर्न दिया है.

सोमवार 23 अक्टूबर को अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के शेयर ₹88 के स्तर पर थे. सोमवार, 16 अक्टूबर को अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के शेयर 66.65 रुपये के स्तर पर थे जहां से निवेशकों की पूंजी दोगुनी हो गई है.

सोमवार, 15 मई को अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के शेयर ₹33 के निचले स्तर पर थे, जहां से निवेशकों की पूंजी 300 प्रतिशत बढ़ गई है. पिछले एक साल में अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के शेयरों ने 23 रुपये के निचले स्तर से 450 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न देकर निवेशकों को मालामाल कर दिया है.

1985 में करुणाकर रेड्डी द्वारा स्थापित अपोलो माइक्रो सिस्टम्स ने शुरुआत में इसरो के लिए डिजाइन सेवाओं के साथ काम करना शुरू किया. फिलहाल कंपनी संपूर्ण प्लेटफॉर्म लेवल सॉल्यूशन मुहैया कराती है. इसमें विकास चरण से लेकर विनिर्माण तक का पूरा काम शामिल है. इसमें पानी के अंदर खदानों का काम भी शामिल है.

अपोलो माइक्रो सिस्टम्स रेलवे, ऑटोमोटिव और होमलैंड सुरक्षा बाजारों के लिए भी समाधान प्रदान करता है. कंपनी की गतिविधियों में मिसाइल, नौसैनिक, टॉरपीडो और पानी के नीचे की खदानें आदि शामिल हैं. कंपनी अगले 12 महीनों में अपनी सुविधा 55,000 वर्ग फुट से 3.3 लाख वर्ग फुट तक ले जाना चाहती है.

कंपनी के पास DRDO से जुड़े कई प्रोजेक्ट हैं जिनमें टेक्नोलॉजी ट्रांसफर एग्रीमेंट आदि शामिल हैं. कंपनी को उम्मीद है कि इससे आने वाले समय में AMS कंपनी के काम में अच्छी तेजी दर्ज की जा सकती है.

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