राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। जासूसी के आरोप पर एक बार फिर देश के सियासत गरमाई हुई है। विपक्ष के बड़े नेताओं ने एप्पल अलर्ट नोटिफिकेशन का स्क्रीन शार्ट शेयर करते हुए केंद्र सरकार पर जासूसी करने के गंभीर आरोप लगाए है। वहीं इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने सफाई देते हुए जांच के आदेश दिए है। साथ ही केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जासूसी का दावा करने वाले नेताओं पर जमकर निशाना साधा है।
केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने बयान में कई विपक्षी नेताओं द्वारा अपने एप्पल आईफोन की हैकिंग के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि जब भी इन लोगों के पास कोई बड़ा मुद्दा नहीं होता है, तो वो सर्विलांस की बात करते हैं।”
वैष्णव ने कहा कि “कुछ सांसदों ने जो मुद्दा उठाया है कि उनके पास एप्पल से एक अलर्ट आया है। उसके बारे में मैं साफ करना चाहता हूं कि सरकार इस मुद्दे पर बहुत गंभीर है, हम इस मुद्दे की तह तक जाएंगे। जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं।”
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि इस देश में हमारे कुछ आलोचक हैं जिनकी आलोचना करने की आदत हो गई है। ये लोग देश की उन्नति को पचा नहीं सकते। एप्पल ने 150 देशों में ये सूचना जारी की है। एप्पल के पास कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने अनुमान के आधार पर ये सूचना भेजी है।
विपक्ष ने लगाया था हैकिंग का आरोप
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा, शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा और शशि थरूर समेत कई विपक्षी नेताओं ने कहा है कि उन्हें उनके आईफोन (iPhone) और ईमेल पर एप्पल (Apple) से मैसेज मिले हैं। इसमें चेतावनी दी गई है कि प्रायोजित हमलावर हो सकते हैं। आरोप लगाया है कि उनके iPhone को निशाना बनाया जा रहा है।
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