प्रतीक चौहान. रायपुर. Apple iPhone हर साल अपने आईफोन की नई-नई सीरीज लेकर आता है. कंपनी की कोशिश रहती है कि मौजूद आईफोन सीरीज से बेहतर और अलग डिजान में वो अपना नया मॉडल पेश कर सकें. साथ ही सेल में भी बढ़ोतरी हो सके. लेकिन इस साल लॉन्च हुए आईफोन 14 सीरीज में खास दम नजर नहीं आ रहा है. ग्राहकों का रूख आईफोन 14 की ओर ना होकर आईफोन 13 पर ही ज्यादा नजर आ रहा है इसके पीछे की वजह ये है कि मार्केट में बिल वाले फोन का सप्लाई न होना. यही कारण भी है कि अब मार्केट से ये सामने आ रही है कि एप्पल के कुछ प्रोडक्ट्स की ब्लैक मार्केटिंग शुरू हो गई है.
- क्या डिस्ट्रीब्यूटर ही करवा रहे कालाबाजारी ?
- दुकानदारों को क्यों फोन सप्लाई नहीं कर पा रहे है डिस्ट्रीब्यूटर ?
लल्लूराम डॉट कॉम की पड़ताल में ये बात सामने आई है कि एप्पल 14 प्रो मैक्स कंपनी ने लांच तो कर दिया, लेकिन ये फोन उपलब्ध नहीं है और इसकी जमकर कालाबाजारी हो रही है. लल्लूराम की पड़ताल में पता चला है कि कंपनी ने डिस्ट्रीब्यूटरशिप में बदलाव किया है. जिसके बाद पूरे देश में आईफोन और एप्पल वॉच की सप्लाई पर असर पड़ा है और अब इन प्रोडक्ट्स की कालाबाजारी की खबर है.
पड़ताल में पता चला है कि एप्पल आईफोन 14 प्रो मैक्स की एमआरपी 1 लाख 49 हजार 900 रूपए है. वहीं ग्लोबस मार्केट में इसकी कीमत 1 लाख 38 हजार रूपए है. लेकिन एमआरपी वाले प्रोडक्ट के शार्टेज की वजह से बिना बिल वाला फोन 1 लाख 65 हजार रूपए में ब्लैक किया जा रहा है. यही हाल एप्पल 14 प्रो का भी है. पड़ताल में ये भी पता चला है कि 14 सीरिज को लॉंच हुए करीब 1 महीने हो गए है, लेकिन छत्तीसगढ़ में महज 1 फोन (बिल वाला ही) पहुंचा है. बाकी तमाम फोन ग्लोबल मार्केट के ब्लैक में सप्लाई किए जा रहे है.
एचपी टेलीकॉम के पास है डिस्ट्रीब्यूटरशिप
लल्लूराम डॉट कॉम की पड़ताल में ये बात सामने आई है कि पहले छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में कंपनी ने अलग-अलग एप्पल का डिस्ट्रीब्यूटरशिप नियुक्त किया था. लेकिन अब कंपनी ने गुजरात की एचपी टेलीकॉम को ही पूरा काम सौंप दिया है. क्या यही कारण है कि अब एप्पल के फोन और वॉच की कालाबाजारी शुरू हो गई है!!! आलम ये है कि एप्पल स्टोर्स में भी फोन मौजूद नहीं है.
एप्पल की अल्ट्रा वॉच बिक रही ब्लैक में
लल्लूराम डॉट कॉम की पड़ताल में ये बात सामने आई है कि पिछले दिनों लॉंच हुई एप्पल की वॉच अल्ट्रा ब्लैक में बिक रहा है. इस वॉच की कीमत ग्लोबल मार्केट में करीब 68 हजार रूपए है. वहीं एमआरपी करीब 89 हजार 900 रूपए. लेकिन ये वॉच करीब 95 हजार रूपए में बिक रही है. जबकि इसमें बेल्ट में उपभोक्ताओं को च्वाईंस भी नहीं मिल रही है. कमोबेस वॉच की 8 सीरिज का भी है. ये भी मार्केट में ब्लैक बेची जा रही है. 8 सीरिज वॉच के ग्लोबल मार्केट की बात करें तो ये करीब 36 हजार रूपए की है, वहीं एमआरपी इसकी 45900 रूपए है. लेकिन ये भी ब्लैक में बिक रहा है.
क्यों पसंद किए जाते है एप्पल के फोन
एप्पल के फोन एंड्रायड फोन से 2-3 गुना महंगे होने के बाद भी खूब पसंद किए जाते है. सिक्योरिटी के साथ-साथ अब एप्पल के फोन को स्टेटस सिंबल के रूप में भी देखा जाता है. लेकिन फोन की तगड़ी सिक्योरिटी के कारण अधिकारियों, नेता और व्यापारियों का एक बड़ा वर्ग इसे सबसे ज्यादा पसंद करता है.
इस फोन में मौजूद फेस टाईम कॉलिंग की खूबी किसी से छिपी नहीं है. इस फेस टाईम कॉलिंग की खास बात ये है कि इसमें एक एप्पल यूजर से दूसरे एप्पल यूजर को फोन करने के लिए नंबर की जरूरत नहीं होती है. इतना ही नहीं इसे रिकार्ड भी नहीं किया जाता सकता और न ही इसकी ओल्ड हिस्ट्री निकाली जा सकती है. यही कारण है कि बहुत सारी गोपनीय बातें करने के लिए एक बड़ा वर्ग इस फोन के माध्यम से ही बात करता है.
वहीं फोन की सिक्योरिटी और फाइंड माय फोन जैसी सुविधाओं के कारण भी इसे खूब पसंद किया जाता है. फोन में मौजूद इस सुविधा का सबसे ज्यादा फायदा बच्चों को फोन देने से होता है. जिसमें यदि फोन बंद भी हो जाए तो इस ऑप्शन की मदद से बच्चों की लोकेशन आसानी से ट्रेस की जा सकती है. बता दें कि फाइंड माय फोन की मदद से फोन बंद होने पर पास से गुजरने वाले एप्पल फोन की मदद से उसका लोकेशन ट्रेस किया जा सकता है.