अमेरिकी टेक दिग्गज Apple का ना सिर्फ भारत में कारोबार बढ़ रहा है, बल्कि भारत प्रमुख वैश्विक निर्यात केंद्र के रूप में उभर रहा है. इसमें iPhone की अहम भूमिका है.
नई दिल्ली। iPhone के निर्माण के साथ MacBooks, iMacs, iPads, Watches और AirPods की घरेलू बिक्री में उछाल ने Apple के भारत परिचालन के मूल्य को वित्त वर्ष 24 में 2 लाख करोड़ रुपए ($23.5 बिलियन) से अधिक कर दिया है. यह पिछले वर्ष 1.15 लाख करोड़ रुपये से अधिक था. इसके साथ ही Apple ने भारत में पिछले 50 वर्षों में किसी भी कंपनी द्वारा उत्पादन और निर्यात में सबसे तेज़ वृद्धि प्रदर्शित की है.
हाल ही में हुए आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत अमेरिकी टेक दिग्गज के कुल उत्पादन में लगभग 14% का योगदान देता है, जो इसके वैश्विक निर्यात के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभर रहा है. FY23 में भारत का योगदान लगभग 7% था, जिसमें iPhones की संख्या हावी है.
आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर गणना से पता चलता है कि 2 लाख करोड़ रुपए के मूल्यांकन में से, पिछले वित्त वर्ष में लगभग 1.35 लाख करोड़ रुपए ($15 बिलियन) के बाजार मूल्य वाले iPhones का निर्यात किया गया था.
Apple ने कई वर्षों से भारत में बिक्री और वितरण व्यवसाय संचालित किया है, इसके संचालन में तेजी 2020 से आई है, जब सरकार ने स्मार्टफोन उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना की घोषणा की.
Apple ने 2021 में पहली बार चीन से बाहर निकलते हुए भारत में iPhone का निर्माण शुरू किया. तब से भारत में iPhone का उत्पादन इसके तीन अनुबंध निर्माताओं-फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन के माध्यम से लगातार बढ़ते हुए वित्त वर्ष 24 में 1.20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया. टाटा ने पिछले साल के अंत में विस्ट्रॉन की भारतीय इकाई का अधिग्रहण किया.