सुशील सलाम, कांकेर. जिले के संजय नगर वार्ड में शासकीय उचित मूल्य की दुकान में संचालक ने हितग्राहियों से थंब लगवाकर उन्हें महीनों से राशन नहीं दिया. वार्डवासियों ने इसका विरोध करते हुए राशन दुकान संचालक को हटाने की मांग को लेकर दुकान के बाहर प्रदर्शन किया. पार्षद ने फूड इंस्पेक्टर को बुलाया. उन्होंने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद हितग्राही शांत हुए.

संजय नगर वार्ड के लोगों ने बताया कि राशन दुकान संचालक सभी थे थंब लगवाकर चावल नहीं दिया है. कई लोगों को करीब तीन माह से थंब लगाने के बाद भी चावल नहीं दिया है. इसी तरह मोहल्ले के अधिकतर लोगों से थंब लगाकर सिर्फ शक्कर देकर चावल दो दिन बाद आकर लेने की बात कही और दो दिन बाद जाने पर हितग्राहियों से कहा कि आप चावल ले गए, संचालक के इस जवाब से हितग्राही आक्रोशित हैं. सभी एक होकर संचालक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हितग्राहियों ने वार्ड पार्षद को मौके पर बुलाया. पार्षद ने इसकी सूचना खाद्य विभाग के अधिकारियों को दी.

दुकान का संचालन समूह को देने के बाद हो रही मनमानी

सूचना मिलते ही फूड इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचकर हितग्राहियों का बयान लेकर जांच कर कड़ी कर्रवाई की बात कही है. संजय नगर की राबिया खान ने बताया, राशन दुकान को जब से समूह को दिया गया है तब से इनकी मनमानी चल रही है. एक तो महीने की 9 तारीख को इनके द्वारा दुकान खोला जाता है. वहीं यहां सर्वर डाउन रहता है. 15 तारीख तक जिनको चावल मिल गया तो मिल गया नहीं तो महीने की आखिरी में ये एंट्री कर लेते थंब लगवा लेते हैं और दूसरे महीना देंगे बोलते हैं. इसके बाद दूसरे महीना भी इनका यही रहता है. किसी किसी को दो महीने का थंब लगवा लेते हैं और किसी को तो दो महीने का चावल नहीं मिला है. हमारी गुजारिश है कि दुकान संचालक को हटाया जाए.

कई महीने से नहीं मिला चावल और चना

हितग्राही गंगा बाई ने बताया कि ये हर महीने का नाटक है. चावल कहां जाता है पता नहीं चलता. हम लोगों से थंब लगवा लिया जाता है और चावल नहीं दिया जाता. कई महीने से चावल, चना नहीं मिला है. फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि हितग्राहियों द्वारा राशन वितरण में गड़बड़ी की सूचना मिली थी. इसके लिए मैं आया. आने के बाद पता चला कि कई हितग्राहियों से ई पॉश मशीन में थंब लगाया गया है और चावल का वितरण नहीं हुआ है. इस संबंध में पंचनामा तैयार किया जा रहा है. नियमतः थंब लगाकर चावल देने से पहले थंब लगाना उचित नहीं है. अगर संचालक ने ऐसा किया है तो गलत किया है. ई पॉश मशीन में हितग्राहियों का थंब दिख रहा है, लेकिन इससे प्रमाणित नहीं होता कि गलत किया है. स्टॉक देखकर जांच की जाएगी, जिसके बाद गलत पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.

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