आगरा. पुरातत्व विभाग ब्रज के संरक्षित स्मारकों का कायाकल्प करने जा रहा है. पुरातत्व विभाग 8 नए स्मारकों में मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था करने जा रहा है. इसके तहत वृंदावन के मदन मोहन और गोविंद देव मंदिर पर आकर्षक लाइटिंग का काम होना है. इसके अलावा आगरा और फिरोजाबाद के सात स्मारकों पर पानी, टॉयलेट और बैठने की सही व्यवस्था की जाएगी. नीरी की NOC मिलने के बाद अब ताजमहल के पीछे यमुना का जलस्तर हमेशा बनाए रखने की योजना है. इससे ताजमहल, महताब बाग, ग्यारह सीढ़ी, आगरा किला और टेकरी समेत कई स्मारकों से आकर्षक नजारा दिखाई देगा.

पुरातत्व अधीक्षक आरके पटेल के मुताबिक उनके विभाग के पास आगरा मंडल में 154 स्मारक है. इनमें से 8 स्मारकों पर मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था है. इस बार विभाग पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 8 नए स्मारकों पर मूलभूत सुविधाएं देने जा रहा है. इसमें वृंदावन के गोविंद देव मंदिर और मदन मोहन मंदिर शामिल हैं. यहां पूजा-पाठ के कारण रात में भी पर्यटकों का आवागमन होता है. उन्होंने बताया कि इसको देखते हुए इन स्मारकों पर स्थायी रूप से विशेष आकर्षक रोशनी की व्यवस्था की जा रही है.

इन स्मारकों का होना है कायाकल्प

वृंदावन के मदन मोहन और गोविंद देव मंदिर, फिरोजाबाद के राबरी में ईदगाह मजार समेत चार संरक्षित स्मारकों पर पाथ-वे, पानी और बैठने की व्यवस्था की जाएगी. आगरा के जगनेर कस्बा में जगनेर के किले स्थित ग्वाल बाबा के मंदिर पर मूलभूत सुविधाएं और नगर क्षेत्र में मरियम टॉम्ब पर भी पानी और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी. इसके साथ ही महताब बाग में पानी और शौचालय को अंदर से हटा कर बाहर लाया जाएगा.

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बुढ़िया के ताल का किया जाएगा विकास

पुरातत्व अधीक्षक ने बताया कि वृंदावन में शाम को आने वाले पर्यटक और श्रद्धालुओं को शाम को वहां के मंदिरों की रोशनी बहुत पसंद आती है. इन मंदिरों में लाइटिंग होने से पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी. इसके साथ ही यहां टॉयलेट, पीने के साफ पानी का प्लांट और मंदिर पर सेल्फी पॉइंट के साथ बैठने के लिए विशेष कुर्सियां लगाई जाएंगी. इसके साथ ही बुढ़िया के ताल पर तालाब को भी विकसित किया जाना है. इसके साथ इन सभी जगहों पर स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए इसके लिए भी व्यवस्थाएं की जाएगी.

एनओसी के चलते अटका डैम का काम

ताजमहल के पीछे यमुना का जलस्तर बनाए रखने और ताजमहल की खूबसूरती बढ़ने के लिए बरसों से बैराज की मांग हो रही है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने पिछले कार्यकाल में रबर चेक डैम बनाने के प्रस्ताव को हरी झंडी देते हुए खुद इसका निरीक्षण भी किया था. लेकिन विभागों की एनओसी न मिलने से अभी तक इसका काम शुरू नहीं हो पाया था. अब 28 अप्रैल को आगरा में टीटीजेड की बैठक के दौरान नीरी के एनओसी दिए जाने की जानकारी सामने आई है.