आपने अक्सर कई लोगों को यह कहते सुना होगा कि सेहत को बेहतर बनाने के लिए ज्यादा खाना बहुत जरूरी होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्यादा खाना भी एक बीमारी हो सकती है. जी हां इसे बिंज ईटिंग डिसऑर्डर के नाम से जाना जाता है. यह एक ऐसी समस्या है, जिसमें व्यक्ति बार-बार और ज्यादा मात्रा में खाना खाता है. इस समस्या में पेट भर जाने के बाद भी व्यक्ति के खाना खाने की संतुष्टि पूरी नहीं होती. इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ ना कुछ खाने लगता है. फिर भले ही उसे भूख लगी हो या ना लगी हो. ऐसे में आज हम आपको इस समस्या के लक्षण और निवारण के बारे में बताएंगे. तो चलिए जानते हैं.
बिंज ईटिंग के लक्षण
बिंज ईटिंग डिसऑर्डर के कई लक्षण हो सकते हैं. उनमें से तेजी से खाना खाना, असहज रूप से पूर्ण होने तक भोजन करना, भूख महसूस किए बिना ज्यादा मात्रा में भोजन करना, खाते समय किसी चीज का ध्यान ना रखना आदि शामिल हैं.
बिंज ईटिंग डिसऑर्डर के कारण
बिंज ईटिंग डिसऑर्डर एक ऐसी समस्या है, जिसे लोग नजरअंदाज करते हैं, लेकिन अगर इस समस्या के कारणों के बारे में न जाना जाए और इसका इलाज समय पर ना किया जाए तो यह गंभीर समस्या बन जाती है. बिंज ईटिंग डिसऑर्डर के कई कारण हो सकते हैं. यह जेनेटिक हो सकता है, मतलब हो सकता है कि यह आपके परिवार में किसी और को भी है, जिनसे आपको मिला है. इसके अलावा ट्रॉमा भी इसका कारण हो सकता है. ट्रॉमा में व्यक्ति ईटिंग डिसऑर्डर का शिकार हो जाता है. इसके अलावा बिगड़ी लाइफस्टाइल भी बिंज ईटिंग डिसऑर्डर का मुख्य कारण है.
बिंज ईटिंग डिसऑर्डर से छुटकारा पाने के लिए क्या करें
हाइड्रेटेड रहें
अपने आप को हाइड्रेटेड रखना बिंज ईटिंग डिसऑर्डर से छुटकारा दिला सकता है. पानी कम पीने से शरीर में डिहाइड्रेशन होने लगता है. जिस वजह से अधिक खाने की इच्छा उत्पन्न होती है. इसलिए दिन भर में कम से कम 8 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए.
स्वस्थ और संतुलित आहार खाएं
एक स्वस्थ आहार खाने से आपको अपने आप को तृप्त महसूस करने में मदद मिल सकती है और बिंज ईटिंग डिसऑर्डर को रोकने में मदद मिल सकती है. अपने आहार में फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और स्वस्थ प्रोटीन को शामिल करें.
नियमित रूप से व्यायाम करें
व्यायाम आपके मूड को बेहतर बनाने और तनाव को कम करने में मदद कर सकता है, जो बिंज ईटिंग डिसऑर्डर को ट्रिगर कर सकता है. प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट मध्यम-तीव्रता वाले व्यायाम का लक्ष्य रखें.
पर्याप्त नींद लें
नींद की कमी तनाव का कारण बन सकती है, जो बिंज ईटिंग डिसऑर्डर को ट्रिगर कर सकता है. प्रत्येक रात 7-8 घंटे की नींद का लक्ष्य रखें.
अपने आप को सकारात्मक रूप से बोलें
खुद को नकारात्मक रूप से बोलना आत्म-सम्मान को कम कर सकता है, जो बिंज ईटिंग डिसऑर्डर को बढ़ा सकता है. जितना हो सके खुद के बारे में सकारात्मक बातें बोले खुद को विश्वास दिलाएं.
बातें शेयर करें
दूसरों के साथ अपनी भावनाओं और संघर्षों के बारे में बात करें. अपने भावनाओं और संघर्षों को दूसरों के साथ साझा करना मददगार हो सकता है. एक दोस्त, परिवार के सदस्य, चिकित्सक या थेरेपिस्ट से बात करें.
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