Stress Eating: स्ट्रेस में सामान्य से ज्यादा भूख लगना, स्वाभाविक है. अगर, हम ओवर इटिंग या फिर स्ट्रेस इटिंग को कंट्रोल नहीं करते हैं तो इससे मोटापा बढ़ता है. बात स्ट्रेस की करें तो यह कई बीमारियों को न्यौता देता है, यह घातक है. इसका असर मेंटल और फिजिकल हेल्थ दोनों पर पड़ता है. इसलिए स्ट्रेस मैंनेजमेंट बेहद जरूरी है. व्यक्ति डिप्रेशन या एंग्जायटी की गिरफ्त में जकड़ता जाता है.

तनाव होने पर लोग कई तरह के लक्षण महसूस करते हैं. जैसे- परेशान होने पर खूब सारा खाना खाना. इसे ही स्ट्रेस ईटिंग या फिर इमोशनल ईटिंग कहा जाता है. यह कॉमन है. अगर, आप भी इस परेशानी स्ट्रेस ईटिंग डिसऑर्डर से पीड़ित हैं. इससे निजात पाना चाहते है तो इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें.
माइंड फुल इटिंग
इस प्रॉब्लम का सॉल्यूशन है माइंड फुल ईटिंग. इसके लिए आप खुद से सवाल करें कि क्या वास्तव में आप भूखे हैं या नहीं. अगर, नहीं तो बिल्कुल भी न खाएं. अपना ध्यान किसी दूसरी चीज में लगाएं.
हेल्दी ऑप्शन को सलेक्ट करें
स्ट्रेस ईटिंग से वजन बढ़ना लाजमी है. ऐसे में अगर आपको वास्तव में खाने का मन कर रहा है तो बाहरी फूड को अवाइड करें. तले हुई चीजें, मीठा, मसालेदार खाना न खाएं. हेल्दी फूड को सलेक्ट करें. जैसे- मीठा खाने का मन करे तो सेब खा लें. यानी की आप स्वयं से निर्णय लें कि क्या वास्तव में यह आपके लिए फायदेमंद है.
कम मात्रा में खाएं
अगर, आपको वास्तव में भूख लग रही है तो कम मात्रा में खाएं. ओवर ईटिंग से वजन तो बढ़ेगा ही आपको अन्य समस्या होंगी.
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