स्कैम कॉल और स्पैम मैसेज विश्व स्तर पर एक बड़ी समस्या है और भारत में सबसे ज्यादा. इस समस्या से निपटने के लिए टेलीकॉम ऑपरेटरों ने हाल ही में यूजर्स को प्राप्त होने वाली स्पैम कॉल की संख्या को कम करने के लिए AI फिल्टर स्पैम पेश किया है. हालांकि, स्कैमर्स ने अब नया रास्ता निकाल लिया है. स्कैमर्स अब WhatsApp पर अंतरराष्ट्रीय नंबरों से लोगों को कॉल कर रहे.

VOIP नेटवर्क से वाट्सएप पर कॉल

जानकारी के अनुसार इंटरनेशनल नंबर से स्कैम कॉल लोगों को आ रहे हैं. अमूमन ये नंबर वियतनाम, इंडोनेशिया, माली जैसे जगहों से आ रहे हैं. ये कॉल VOIP नेटवर्क के माध्यम से वाट्सएप पर आते हैं. गौरतलब है कि किसी भी देश से कही भी वाट्सएप पर मुफ्त में कॉल की जा सकती है. ऐसे में देश में बैठे फ्रॉड भी इंटरनेशनल नंबर खरीद कर इस तरह के घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.

स्कैमर्स आमतौर पर किसी बहुराष्ट्रीय कंपनी के एचआर के रूप में खुद को पेश करते हैं और होम जॉब्स से सरल काम की पेशकश करते हैं. ये नौकरियां सरल कार्य करने के लिए बहुत पैसे देने की बात करती हैं. लोगों के सामने यूट्यूब पर लाइक बटन प्रेस करने जैसा जॉब ऑफर लोगों को आ रहा है. जब लोग इन ठगों के जाल में फंस जाते है तो ऐप इंस्टॉल करने और टेलीग्राम चैनल में शामिल होने के लिए उन्हें कहा जाता है जिसके बाद उनसे ठगी की जाती है.

देते हैं कई काम

यूजर को एक दो बार भुगतान करने के बाद, वे पूछते हैं “क्या वे और अधिक कार्य पूरा करना चाहते हैं और अधिक पैसा कमाना चाहते है. अगर यूजर हां कहता है, तो वे उन्हें कुछ और कार्य सौंपते हैं, जिनमें से कुछ आमतौर पर पहले कार्यों की तरह सरल होते हैं. हालांकि, इसके बाद, कार्य में दोगुना या तिगुना रिटर्न पाने के वादे के साथ एक छोटी राशि का निवेश करना शामिल है. और यहीं से घोटाला शुरू होता है.

जानकारों का मानना है कि एक बार फ्रॉड होने के बाद कॉल ट्रेस कर पाना बेहद मुश्किल हो जाता है. क्योंकि पुलिस के लिए भी इन्हें ट्रेस करना बेहद मुश्किल होता है.

रोकने के लिए उठाए जा रहे कदम

वाट्सएप की तरफ से लगातार इसे रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. वाट्सएप के मासिक इंडिया रिपोर्ट के अनुसार 1 मार्च, 2023 से 31 मार्च 2023 तक फर्जी कॉल से जुड़े 47,15,906 एकाउंट्स पर पाबंदी लगाई गई है. वहीं Truecaller की रिपोर्ट के अनुसार भारत में एक यूजर को हर दिन औसतन 17 स्पैम कॉल्स आते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि स्पैम प्रभावित देशों में भारत का नंबर 2020 में भारत अभी 9 वें स्थान पर है.