शिवपुराण में भगवान शिव के विभिन्न रूपों, अवतारों और ज्योतिर्लिंग के महत्व का वर्णन है. शिव पुराण में लिखा है कि जिन लोगों की कुंडली में ग्रह दोष होता है, उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अत: ग्रह दोष से जुड़ी विभिन्न प्रकार की समस्याओं से बचा जा सकता है. शिवपुराण में सप्ताह के सातों दिनों ग्रह को प्रसन्न करने के उपाय भी हैं. अगर ऐसे उपाय किए जाएं तो सभी समस्याओं से बचा जा सकता है.

सोमवार

यह चंद्रमा का दिन है और चंद्र देव धन के दाता हैं. इस दिन किसी गरीब को भोजन कराएं. भोजन में शुद्ध घी से बना पकवान लें. शिवजी को खीर का भोग लगाएं.

मंगलवार

इस ग्रह का स्वामी मंगल है और यह रोगों को दूर करता है. उन्हें प्रसन्न करने के लिए इस दिन महाकाली की पूजा करें. गरीब को भोजन कराए उसमें उड़द, मूंग या तुवर की दाल अवश्य लें.

बुधवार

यह ग्रह बुद्धि का स्वामी है. बुधवार के दिन भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ाएं और दूध से बने पकवान का भोग लगाएं. भगवान विष्णु की पूजा करने से भी बुधदेव प्रसन्न होते हैं.

गुरुवार

इस दिन के स्वामी बृहस्पति है ​इन्हें दीर्घायु दाता माना जाता है. इन्हें प्रसन्न करने के लिए इस दिन अपने इष्टदेव और भगवान शिव की वस्त्र, यज्ञोपवीत से पूजा करें और खीर का भोग लगाएं.

शुक्रवार

सुख-सुविधा की वस्तुओं का कारक ग्रह शुक्र है. इस दिन किसी गरीब महिला को प्रसन्न करने के लिए उन्हें शहद और खाद्य सामग्री का दान करें.

शनिवार

शनि शासक ग्रह है. शनिदेव मृत्यु भय को दूर करते हैं. उन्हें प्रसन्न करने के लिए इस दिन शिवलिंग पर तिल चढ़ाएं. किसी गरीब को तिल से बना भोजन कराएं. तेल का दान करें.

रविवार

सूर्यदेव उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करते हैं. सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन उन्हें जल अर्पित करें. यह उपाय रविवार से शुरू करें. किसी गरीब व्यक्ति को गुड़ का दान करें.