रायपुर। कृषि समाचारों, नवाचारों, किसानों का समस्याओं का समाधान, उद्यमी किसानों से चर्चा, जैविक खेती का प्रशिक्षण और हाईटेक फार्मिंग के लिए तमाम सूचनाओं से परिपूर्ण किसानों को समर्पित कृषि न्यूज पोर्टल ‘एग्रीकनेक्ट डॉट लाइव’ के साथ 100 किसान समाधान एवं सुविधा केंद्र का कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने अपने निवास से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से शुभारंभ किया.
कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने किसानों की प्रथम उत्पादक संस्था एग्रीकान की स्थापना के 15वीं वर्षगांठ के अवसर पर इस पोर्टल का बटन दबाकर लोकार्पण किया. इस अवसर पर किसान समाधान केंद्र के संचालकों को संबोधित करते हुए चौबे ने कहा कि उनकी सरकार केंद्र से सहयोग नहीं मिलने के बाद भी किसानों को धान की वाजिब कीमत देने कटिबद्ध है. देश में अपने तरह की प्रथम गोधन न्याय योजना के संचालन में पैसों की कमी किसी तरह से नहीं होने दी जाएगी. इस वर्ष लगभग रु 600 करोड़ के गोबर की खरीदी किसानों से की जायेगी. कृषि मंत्री चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ के हमारे किसानों के लिए प्रदेश के ही कृषि वैज्ञानिकों की ओर से इस एग्रीकनेक्ट लाइव की शुरुआत बेहद फायदेमंद होगी. किसान अपनी तमाम समस्याओं और शंकाओं से विशेषज्ञों के माध्यम से सीधे समाधान पा सकेंगे.
इस अवसर पर एग्रीकान के अध्यक्ष डॉ संकेत ठाकुर ने एग्रीकनेक्ट के मुख्य बिंदुओं की जानकारी देते हुए बताया कि उनकी संस्था प्रदेश के 10000 से अधिक किसानों से जुड़कर उनकी कृषि समस्यों को दूर करने प्रयासरत है. इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. गजेंद्र चंद्राकर ने किसान समाधान व सुविधा केंद्र की जानकारी देते बताया कि विगत 3 वर्षों से हजारों किसान व कृषि आदान विक्रेता उनके व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जुड़े हैं, जिन्हें वे नियमित रूप से तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराते हैं. अब एग्रीकनेक्ट के माध्यम से उन्हें सुगमता से जोड़ा जा सकेगा. छत्तीसगढ़ एग्रीकान समिति के अध्यक्ष रजनीश अवस्थी ने छत्तीसगढ़ में हर्बल फसलों की खेती को बढ़ावा देने का सुझाव दिया. उन्होंने बताया कि मुनगा की पत्ती को विदेशों में बेचा जा रहा है, और इसी तरह अमाड़ी भाजी की पत्तियों से पौष्टिक ड्रिंक बनाये जा सकते हैं.
कार्यक्रम के दौरान कृषि मंत्री चौबे ने किसान समाधान व सुविधा केंद्र केवल राठी, नेवरा, मोतीलाल सिन्हा राजनांदगांव, प्रशांत पटेल साजा, पुरषोत्तम ताम्रकार, सराईपाली के समीर प्रधान सहित 75 संचालकों से चर्चा की. इस अवसर पर एग्रीकान के सचिव दुर्गा शंकर परगनिहा, मनीष शर्मा, रवि अग्रवाल, जोहन साहू, मयंक मिश्रा, सहस पटले, आदित्य खंडेलवाल व अन्य उपस्थित थे.