आशुतोष तिवारी, जगदलपुर. बस्तर में माओवादियों ने मालगाड़ी को निशाना बनाया है. करीब 50 की संख्या में हथियारबंद माओवादी दंतेवाडा किरंदुल के बीच भांसी पहुंचे और मालगाड़ी को पूरी तरीके से रोक दिया. इतना ही पायलट से वॉकी-टॉकी छीन लिया गया इसके साथ ही 15 हथियार बंद नक्सली गार्ड वेन के पास पहुंचे और उनका भी वाकी-टॉकी छीन लिया. हालांकि माओवादियों ने पायलट और गार्ड को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचाया.

बता दें कि, माओवादी लाल बैनर पकड़े हुए रेल्वे ट्रेक के ऊपर खड़े होकर ट्रेन को रोकने की कोशिश कर रहे थे. ट्रेन की रफ्तार 15 किमी प्रति घंटा थी, जिस वजह से पायलट ने ट्रेन को कंट्रोल कर लिया. ट्रेन रुकने के बाद माओवादियों ने ट्रेन के ऊपर लाल कपड़ा बांध दिया और कुछ पॉम्पलेट पायलट को दिए और उसे दंतेवाड़ा जाकर बांटने को कहा गया. पायलट की सूझबूझ से तत्काल ही रेलवे प्रशासन को जानकारी दी गई. जानकारी के बाद ट्रेनों को उस क्षेत्र में नहीं जाने दिया जा रहा है.

जानकारी के अनुसार ये घटना रविवार शाम 5:30 बजे की है. जब मालगाड़ी के वी एस 11 के चालक दल से रेलवे प्रशासन को सूचना प्राप्त हुई थी कि, लगभग 50 से अधिक माओवादियों का एक समूह पटरी पर लाल झंडा पकड़े हुए खड़े हैं. तभी पायलट ने आपातकालीन ब्रेक लगाया और दंतेवाडा किरंदुल खंड के ब्लाक खंड बचेली के भांसी में केएम 433 पर ट्रेन को रोक दिया गया. माओवादियों ने ड्राइवर से वॉकी-टॉकी छीन लिया. साथ ही लोकोमोटिव पर कपड़ा बांध दिया. पायलट को नक्सलियों ने पर्चे दिए और उन्हें दंतेवाड़ा में बांटने के लिए कहा गया. हालांकि, उन्होंने चालक दल को नुकसान नहीं पहुंचाया. माओवादियों के जंगल में जाने के बाद ट्रेन मौके से रवाना हुई और ट्रेन सुरक्षित भांसी पहुंच गई.