दिल्ली. घाटी में सुरक्षाबलों की मुस्तैदी के सामने आतंकियों के हौसले पस्त हो गए हैं। लगातार सक्रिय रहने वाले आतंकियों को अब चुन-चुनकर मारा जा रहा है। इससे आतंकी बौखला गए हैं। 72 घंटों के भीतर अलग-अलग मुठभेड़ों में 13 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया है।

रविवार की सुबह सुरक्षाबलों ने पहले कुलगाम और फिर शोपियां जिले में आतंकियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया। इस कार्रवाई में सात आतंकी ढेर कर दिए गए। इसके अलावा कई स्थानों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। मारे गए आतंकी लश्कर और हिजबुल से जुड़े हुए थे। इससे पहले शुक्रवार को छह आतंकी मारे गए थे।

सुरक्षाबलों ने शोपियां व पुलवामा में दो अलग अलग स्थानों पर आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में 7 आतंकियों को ढेर कर दिया है। इनमें हिजबुल का जिला कमांडर मुश्ताक अहमद मीर भी शामिल है। शोपियां में हुई मुठभेड़ में सेना का एक जवान शहीद हो गया जबकि दूसरा घायल है। स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों के काफिले पर पथराव कर दिया। भीड़ पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबलों को गोली चलानी पड़ी। इसमें एक नागरिक की मौत हो गई, चार अन्य घायल हो गए। हालातों को देखते हुए तीन जिलों में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है।

शोपियां में मारे गए सभी छह आतंकियों के शव भी बरामद कर लिए गए हैं। इनमें हिजबुल मुजाहिदीन के चार और दो लश्कर-ए-तैयबा के हैं। मारे गए आतंकियों में एक पाकिस्तानी था। एक आतंकी वह भी है जो 21 नवंबर को लाल चौक पर हुई आतंकवादियों की बैठक में भी शामिल था और लाल चौक पर खींची गई उसकी सेल्फी भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। इससे पहले शुक्रवार को अनंतनाग में भी सुरक्षा बलों ने छह आतंकियों को ढेर किया था।

शोपियां के एसएसपी संदीप चौधरी का कहना है कि सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि बाटागुंड गांव में आतंकवादियों का एक दल छिपा हुआ है। जानकारी मिलने के बाद 34 आरआर,सीआरपीएफ व एसओजी की टीम ने शनिवार देर रात ही इलाके को घेरकर सर्च आपरेशन शुरू कर दिया। आतंकवादी एक मकान में छिपे हुए थे। सुरक्षाबलों का दबाव बढ़ने पर आतंकवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने पोजीशन लेते हुए फायरिंग की और छह आतंकियों को मार गिराया।

गोलीबारी में 34आरआर का एक जवान नजीर अहमद घायल हो गया। जवान को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां बाद में उसकी मौत हो गई। वह कुलगाम  के रहने वाले थे। इनके पास से हथियार भी मिले हैं। मुठभेड़ स्थल के पास आतंकियों के समर्थन में उतरे लोगों पर काबू पाने में पांच नागरिकों को भी गोली लग गई। पांचों को अस्पताल पहुंचाया गया। यहां एक ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। शोपियां और कुलगाम जिले में एहतियाती तौर पर मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद की गई है।

सैन्य कमांडर, सेक्टर-2, सचिन मलिक ने बताया कि सेना के लिए यह बड़ी सफलता है। मारे गए आतंकियों में कई आम नागरिकों की हत्या में भी शामिल थे। हॉल ही में पूर्व एसपीओ की हत्या में भी इनमें से आतंकी शामिल था। 2017 में शहीद लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या में शामिल हिज्बुल टॉप कमांडर अब्बास भट भी मुठभेड़ में मारा गया है।  दक्षिण कश्मीर में करीब180 के आसपास आतंकी मौजूद हैं। जिनमें 50 से ज्यादा पाकिस्तानी आतंकी हैं।