रायपुर। आज आम आदमी पार्टी द्वारा छत्तीसगढ़ शासन के पशुपालन विभाग में दवा खरीदी के मामले में 15 करोड़ से अधिक के घोटाले का भंडाफोड़ किया गया. एक प्रेस कांफ्रेंस करके आम आदमी पार्टी ने इसका खुलासा किया.

आरोप है कि  पशुपालन विभाग के द्वारा वर्ष 2016-17 में रु 175.80 करोड़ की वैक्सीन, हारमोंस, फीड सप्लीमेंट्स और अन्य लाभदायक दवाओं की खरीदी का बजट रखा गया था.  इस हेतु छत्तीसगढ़ शासन के उपक्रम छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कारपोरेशन लिमिटेड के द्वारा दवा सप्लाई करने के लिये टेंडर मंगाए गए थे.  टेंडर की शर्तों के अनुरूप 11 कंपनियों से ही दवा खरीदी हेतु रेट कांट्रेक्ट किया गया था. लेकिन पशुपालन विभाग में छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कारपोरेशन के माध्यम से अधिकृत की बजाय 68 अनधिकृत सप्लायर्स एवं कंपनियों के द्वारा रु15.82  करोड़ रुपए की दवा खरीदी की गई.

आरोप है कि यह राज्य शासन के क्रय अधिनियम की तमाम शर्तों का उल्लंघन है और जिसमे बड़े बड़े अधिकारियों की मिलीभगत स्पष्ट तौर पर दिखाई देती है. आम आदमी पार्टी के नेता डॉ संकेत ठाकुर विश्वरत्न सिन्हा, कमल नारायण शर्मा, मेहरबान सिंह, देवेंद्र सतपथी एवं के.ज्योति ने आज पत्र वार्ता के जरिए इस घोटाले का खुलासा किया. उन्होंन घोटाले से सबंधित दवा खरीदी के आदेश, चेक से भुगतान का विवरण, अनधिकृत सप्लायर्स के नाम सहित तमाम दस्तावेजों को प्रस्तुत किया.

आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री और राज्यपाल को पत्र लिखकर मांग की है इस घोटाले में संलिप्त तमाम अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए एवं इस पूरे मामले की वृहद जांच कराई जाए ताकि दोषियों को सजा दी जा सके ।