अयोध्या. श्रीराम दरबार दर्शन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. 10 दिन में श्रीराम दरबार के दर्शन शुरू हो सकते हैं. राम मंदिर में श्रीराम दरबार की स्थापना हो चुकी है. मंदिर का निर्माण कार्य भी लगभग पूरा हो गया है. ट्रस्ट की ओर से नृपेंद्र मिश्र ने जानकारी दी है कि राम दरबार दर्शन पर ट्रस्ट विचार कर रहा है. जल्द ही श्रद्धालु श्रीराम दरबार के दर्शन के लिए जा सकेंगे.

इधर एएसआई रामलला के पुराने स्थल का अध्ययन कर रही है. पुष्करणी कुंड और पंचवटी का कार्य भी अंतिम चरण में है. तीनों तलों की योजना भी तय है. भूतल पर रामलला, प्रथम तल पर पूरा परिवार और द्वितीय तल पर दुर्लभ ग्रंथों को स्थापित किया जाएगा. वहीं 15 अगस्त तक मंदिर का उत्तरी प्रवेश द्वार भी तैयार हो जाएगा. इसके अलावा निर्माण कार्य में रक्षा मंत्रालय से सहयोग मिल रहा है. राम मंदिर में टाइटेनियम की जाली लगाई जा रही है. साथ ही रेल मंत्रालय और सीबीआरआई का भी योगदान मंदिर निर्माण में मिल रहा है.
इसे भी पढ़ें : 1000 कैरेट हीरा, 30 किलो चांदी, 300 ग्राम सोना, 300 कैरेट रुबी का मुकुट… सूरत के कारोबारी ने दान किए आभूषण, चार्टर्ड प्लेन से लाए गए अयोध्या
बता दें कि बीते 5 जून को अयोध्या में श्रीराम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा (Shri Ram Darbar Pran Pratishtha) हो चुकी है. विग्रह की शोभा देखते ही बन रही है. राम मंदिर में श्रीराम दरबार के साथ ही परकोटा के ईशान कोण पर शिवलिंग, अग्निकोण में प्रथम पूज्य श्री गणेश, दक्षिणी भुजा के मध्य में महाबली हनुमान, नैऋत्य कोण में प्रत्यक्ष देवता सूर्य, वायव्य कोण में मां भगवती, उत्तरी भुजा के मध्य में अन्नपूर्णा माता के विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है. मुख्य मंदिर में प्रथम तल पर श्रीराम दरबार और परकोटा के दक्षिणी पश्चिमी कोने में शेषावतार प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हुई है.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें