शशिकांत डिक्सेना, कटघोरा। वन्य जीवों शिकार के मामले में पाली वन परिक्षेत्र को बड़ी कामयाबी मिली है. वन मंडल की टीम ने 7 शिकारियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में वन्य जीव के अवशेष और औजार जब्त किया है. इसके साथ ही दो उल्लू के बच्चे पिंजरे में कैद मिले. मौके पर वन्यजीवों के हड्डियां भी बरामद की गई है, जिसकी जांच की जा रही है.
गौरतलब है कि कटघोरा वन मंडल के पाली क्षेत्र में पिछले महीने कुछ हिरण व वन्य प्राणी के शिकार का मामला सामने आया था. जिसे लेकर वन विभाग द्वारा सतत निगरानी की जा रही थी और कटघोरा डीएफओ द्वारा आठ टीम गठित किया था. प्रत्येक टीम में 3 सदस्य थे, इनके द्वारा वन परिक्षेत्र में लगातार गश्त किया जा रहा था. तभी शुक्रवार को शाम 4 बजे के लगभग जंगल में 8 संदिग्ध लोग दिखाई दिए, जो तीर धनुष व अन्य औजारों के साथ जंगल में घूम रहे थे. जब इनको पूछताछ के लिए पकड़ा, तो उसमें से एक फरार होने में कामयाब हो गया, लेकिन 7 लोग वन विभाग के हत्थे चढ़ गए. जब उनसे कड़ी पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि सराईपाली डोंगा नाला के रहने वाले हैं. तब वन विभाग सर्च वारंट लेकर जब इनके ठिकाने पर पहुंची, तो वन विभाग के होश उड़ गए.
छापामार कार्रवाई के दौरान शिकार से संबंधित औजार तीर, धनुष, फंदा मिले. इसके अलावा जंगली सूअर के बाल, मरे हुए हिरण के सिर, पक्षियों के पंख और दो उल्लू के बच्चे पिंजरे में कैद मिले. इसके अलावा वन्यजीवों के हड्डियां भी बरामद की गई है.
वन विभाग उन हड्डियों की जांच करा रही है. वन विभाग की टीम ने जब गांव वालों से पूछताछ की तो पता चला कि यह आदतन शिकारी हैं. कई दिनों से शिकार कर रहे हैं. इस अपराध में साथ देने वाले तीन अन्य के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है. फिलहाल वन विभाग द्वारा पता लगाया जा रहा है कि इनके तार कहां-कहां जुड़े हुए हैं.