पुरुषोत्तम पात्रा,गरियाबंद. जिले के मैनपुर विकासखण्ड में स्थित ढोर्रा व तेतलखूटी धान खरीदी केंद्र में रविवार को हुई आगजनी के मामले को पुलिस ने 24 घण्टे के भीतर सुलझा लिया. पुलिस ने मामले में तेतलखूटी समिति के सेल्समेन जयसिंह ठाकुर और उसके सहयोगी ललित यादव को गिरफ्तार किया है.
दरअसल देवभोग पुलिस जब पड़ताल में पहुंची तो अधजले बारदाने में केरोसिन की बदबू आ रही थी, पुलिस ने पड़ताल तेज कर दिया. पूछताछ के अलावा मौके पर मील कड़ी को जोड़ते हुए पुलिस आरोपी तक पहुंच गई. जिस आगजनी की घटना से 12 लाख कीमती 22 हजार बारदाने जल कर राख हो गए थे उसका आरोपी सहकारी समिति का कर्मचारी ही निकला. आरोपियों ने जुर्म कबूल लिया है, इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 435 के अलावा लोक सम्पत्ति निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध कर इन्हें जेल भेजने की तैयारी पुलिस ने कर ली है.
ऐसे हुआ खुलासा
पड़ताल के दरम्यान पुलिस को अधजले बारदाने से केरोसिन की बदबू आ रही थी. यह भी पता चला कि उस रात सेल्समेन जयसिंह अपने सहयोगी के साथ देर रात तक नशे में घूम रहा था. शक के आधार पर पुलिस जब जयसिंह को उठाया तो उसके कपड़ों से भी केरोसिन की बदबू आ रही थी. बाइक की डिक्की भी केरोसिन से सना हुआ था. बावजूद इसके आरोपी पुलिस को 4 घण्टे तक गुमराह करता रहा. जांच अधिकारी विवेक सेंगर, प्रधान आरक्षक विजय मिश्रा के कड़ाई से पूछताछ में उलझता गया आरोपी, आखिरकार जुर्म कबूल कर लिया.
खरीदी प्रभारी से हटाने का खुन्नस था
आरोपी ने बताया कि पीछले साल उसे ढोर्रा धान खरीदी केंद्र का प्रभारी बनाया गया था. इस बार संस्था के कर्मचारियों के विरोध के चलते उसे प्रभारी से वंचित कर दिया. इसी आवेश में उसने कर्मचारियों को परेशान व नुकसान पहुंचाने के नियत से वारदात को अंजाम दिया था.