रायपुर। मिठाइयों का त्योहार दीपावली और मिठाइयों से दूरी वाली डायबिटीज इस 14 नवंबर को दोनों के दिन एक साथ है. हर साल हम 14 नवंबर को विश्व डायबिटीज दिवस मनाते है. भारतवर्ष में दीवाली सबसे प्रमुख त्योहारों में एक है, और डायबिटीज सबसे प्रमुख बीमारियों में से एक. इस दीपावली हम कैसे अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए त्योहार का पूर्ण आनंद ले, इस पर चर्चा करते है. सबसे पहले यदि आप मिठाइयों के शौकीन है तो, शुगर फ्री वाली मिठाईया ली जा सकती है, पर यहां यह ध्यान दे कि सिर्फ शक्कर से दूरी महत्वपूर्ण नहीं है, ली जाने वाली कैलोरी की मात्रा ज्यादा महत्वपूर्ण होती है. किसी भी मिठाई में शक्कर ही बस कैलोरी नहीं देती, उसमें लगी बाकी सामग्री जैसे आटा, मैदा भी कैलोरी से भरे होते है.
कई बार आप सुरक्षित समझ कर शुगर फ्री वाली मिठाईयां ज्यादा मात्रा में खा लेते है, जिससे आप आवश्यकता से अधिक कैलोरी ले लेते है और आपका शुगर अनियंत्रित जो जाता है. तो आप अपने डॉक्टर की सलाह से शुगर फ्री मिठाईयां भी नियंत्रित मात्रा में ही ले. साथ में व्यायाम नियमित करे, ताकि ली गई अधिक कैलोरी को खर्च कर सके. इससे आपको अपने डायबिटीज के नियंत्रण में मदद मिलेगी. पानी अधिक मात्रा में ले, तथा दीवाली के समय होने वाली दुर्घटनाओं जैसे दिया या पटाखो से चोटिल होने, आदि से बचे.
डायबिटीज के कई मरीजों को संवेदना कम होती है, और वो कई बार दिए या पटाखों से होने वाली जलन महसूस नहीं कर पाते, जिससे वो अनदेखी चोट भविष्य में गंभीर हो सकती है. बचाव के लिए दिए और पटाखे जलाते समय सही नाप के जूते पहने. ढीले और लहराते कपड़े पहनने से बचे. पटाखे जलाने के बाद हाथ और पैर अच्छे से धोएं और नमी वाली क्रीम लगाए.
रोज़ नहाते समय शरीर की जांच करे, ताकि किसी भी चोट का जल्दी पता लग सके. दवाइयां समय से ले और शुगर की जांच नियमित करे. अपने चिकित्सक से टेली कंसल्टेशन की सहायता से जुड़े रहे. थोड़ी सी जानकारी आपको दीपावली और डायबिटीज के बीच सामंजस्य बनाने में मददगार होगी. स्वस्थ रहे, मस्त रहे.
डॉ अनिमेष चौधरी