नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में हुई हिंसा में 4 किसानों समेत 8 लोगों की जान चली गई. अब इसे लेकर राजनीति गरमा गई है. संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेंद्र यादव, डा. दर्शनपाल और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पूरी घटना पर सख्त प्रतिक्रिया दी है. वहीं आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि लखीमपुर में प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ी से कुचलना हिंसक और अन्यायपूर्ण है. कई किसान भाइयों के मारे जाने खबर मिल रही है. प्रभु उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे. दु:ख की इस घड़ी में किसान भाइयों के साथ हूं. ऐसा घोर अपराध करने वाले दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए.

 

वहीं, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि लखीमपुर में किसानों के मारे जाने की खबर अत्यंत दुखद और दिल दहला देने वाली है. देश के अन्नदाताओं के हत्यारों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाना चाहिए. चाहें वो कितने ही बड़े बाप के बेटे क्यों न हों.

इसके अलावा, दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष और पंजाब राज्य के सह प्रभारी एवं विधायक राघव चड्ढा ने भी ट्वीट कर कहा कि महात्मा गांधी के देश में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ भाजपा नेता हैवानियत पर उतर आए हैं. लखीमपुर में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने आए किसानों को भाजपा मंत्री के बेटे ने अपनी गाड़ी से रौंदा. हिंदुस्तान इन लोगों के जुल्म देख रहा है, कुछ भी भुलाया नहीं जाएगा. राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा नेता के बेटे को तुरंत गिरफ्तार कर उस पर हत्या का मुकदमा चलाया जाए.

 

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उधर, लखीमपुरी खीरी में हादसे के दौरान किसानों की मौत से गुस्साए संयुक्त किसान मोर्चा ने आज देशभर में प्रदर्शन का एलान किया है. उनका कहना है कि देश के सभी जिलाधिकारियों और आयुक्तों के कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन होगा. उधर, किसान नेता योगेंद्र यादव और दर्शन पाल सिंह ने घटना की जांच उत्तर प्रदेश प्रशासन की जगह सुप्रीम कोर्ट के पदस्थ न्यायाधीश से करवाने की मांग की है.

Congress Leaders Denied Landing Rights in Lucknow

 

संयुक्त किसान मोर्चा यह मांग भी है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे पर हत्या का मुकदमा चलाया जाए. किसान नेताओं का आरोप है कि किसानों को कुचलने के बाद उन्हें गाड़ियों को जलाने के लिए उकसाया गया.