नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारी-भरकम बहुमत के साथ सत्ता में आने वाले आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने रविवार को तीसरी बार मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली. इस दौरान उनके साथ मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, सत्येंद्र जैन, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेंद्र पाल गौतम मंत्री पद की शपथ ली.

अरविंद केजरीवाल के साथ मंत्री पद की शपथ लेने वालों में मनीष सिसोदिया पिछले पांच सालों तक भले ही उप मुख्यमंत्री के तौर पर काम किया हो, लेकिन उन्होंने एक तरह से मुख्यमंत्री की ही जिम्मेदारी निभाई. उप मुख्यमंत्री के अलावा सिसोदिया शिक्षा मंत्री भी थी, जिनके विभाग के कार्यों की चर्चा आप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान बखूबी की.

अरविंद केजरीवाल के मंत्रिमंडल में दूसरा चेहरा सत्येंद्र जैन का है, जिन्हें बतौर स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए दिल्ली की सरकारी स्वास्थ्य सेवा में आमूलचूल परिवर्तन का श्रेय जाता है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट से आर्किटेक्ट की डिग्री हासिल करने वाले सत्येंद्र जैन आप के संस्थापकों में से हैं, जिन्होंने राजनीति के लिए अपने आर्किटेक्ट वाले पेशे को छोड़ दिया.

केजरीवाल मंत्रिमंडल का तीसरा चेहरा गोपाल राय हैं. लखनऊ विश्वविद्यालय से समाजविज्ञान में एमए गोपाल राय भी अन्ना हजारे के मूवमेंट से बाहर निकलकर आने वाले आप के संस्थापकों में से एक हैं. गोपाल राय पर दिल्ली में तीसरी बार आप की सरकार बनने के बाद अब उसे राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने में बड़ी और महती भूमिका रहने वाली है.

राजेंद्र पाल गौतम दिल्ली मंत्रिमंडल का चौथा चेहरा है. दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की शिक्षा लेने वाले गौतम 2015 में दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने के बाद पहली बार केजरीवाल मंत्रिमंडल के सदस्य बने थे. उनके कार्यों का ही नतीजा है कि उन्हें दोबारा मंत्रिमंडल में स्थान दिया जा रहा है.

पांचवां चेहरा कैलाश गहलोत का है, जिन्होंने गौतम की ही तरह कानून की शिक्षा हासिल की और सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने लगे. गहलोत के पास 16 साल के वकालत का अनुभव है. मंत्रिमंडल का छठवां चेहरा इमरान हुसैन का है, जिन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया से बिजनेस स्टडीज किया है. इन्होंने ने भी पहली बार 2015 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करते हुए राजनीति में कदम रखा था.