आम आदमी पार्टी (AAP) गुजरात की विसाबदर और पंजाब की लुधियाना पश्चिम सीट पर मिली जीत से उत्साहित है. इस सफलता के साथ, पार्टी ने 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है, जो पंजाब और गुजरात में होने वाले हैं. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल(Arvind Kejriwal) ने उप-चुनाव के परिणामों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि गुजरात की यह जीत 2027 के चुनावों की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत है.

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दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में, गोपाल इटालिया, जो विसाबदर से विजयी हुए हैं, और लुधियाना पश्चिम से जीतने वाले संजीव अरोड़ा के साथ, केजरीवाल ने कहा कि गुजरात की जनता बीजेपी के 30 साल के शासन से परेशान हो चुकी है. उन्होंने बताया कि एक मंत्री ने उन्हें बताया कि लोग बीजेपी को हराना चाहते हैं, लेकिन प्रशासन की मजबूत पकड़ के कारण यह संभव हो पाएगा या नहीं, इस पर संदेह है.

AAP विकल्प की तरह- केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह जनतंत्र है, और जब जनता एकजुट होगी, तो बड़े-बड़े सिहासन भी हिल जाएंगे. गुजरात में मिली यह जीत 2027 के चुनावों की ओर संकेत करती है, यह दर्शाती है कि गुजरात की जनता के पास पहले कोई विकल्प नहीं था. अब आप एक विकल्प के रूप में सामने आए हैं, और लोग आपसे उम्मीदें लगाए हुए हैं.

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उन्होंने केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस एक विकल्प नहीं है, बल्कि वह बीजेपी के साथ मिलकर काम कर रही है. पिछले चुनाव में कांग्रेस को 17 सीटें मिली थीं, जिनमें से 5 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए. वहीं, हमारी पार्टी को 5 सीटें मिलीं, जिनमें से एक विधायक भी बीजेपी में चला गया.

कांग्रेस से क्या हुई बातचीत?

केजरीवाल ने बताया कि कांग्रेस के साथ उनकी बातचीत हुई थी, जिसमें यह तय हुआ कि कांग्रेस की पांच सीटें हैं और उनकी एक सीट है. कांग्रेस ने कहा कि वे इन पांच सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेंगे, और वे एक सीट पर भी चुनाव नहीं लड़ेंगे. केजरीवाल ने कहा कि पिछली बार इन पांच सीटों पर कांग्रेस ने चुनाव नहीं लड़ा था, लेकिन इस बार उनकी सीट पर चुनाव हुआ और बीजेपी से आदेश आया, जिसे कांग्रेस नकार नहीं सकी. कांग्रेस ने उन्हें हराने के लिए उम्मीदवार उतारा, लेकिन परिणाम यह रहा कि आम आदमी पार्टी जीत गई, जबकि कांग्रेस उन पांचों सीटों पर हार गई.

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अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह स्पष्ट है कि कांग्रेस से देश को कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि उनकी शीर्ष नेतृत्व बीजेपी के साथ मिली हुई है. इसके प्रमाण भी मौजूद हैं. कांग्रेस के कार्यकर्ता, जो हर गली में सक्रिय हैं, खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. आम आदमी पार्टी सिस्टम के खिलाफ संघर्ष कर रही है, जबकि कांग्रेस के 70 प्रमुख नेता बीजेपी में शामिल हो चुके हैं.

किसे कितने वोट?

इटालिया ने विसाबदर सीट पर 17554 वोटों से जीत हासिल की, उन्हें कुल 75942 वोट मिले. बीजेपी के किरीट पटेल को 58388 वोट प्राप्त हुए, जबकि कांग्रेस के नितिन रणपरिया को 5501 वोट मिले. दूसरी ओर, कडी सीट पर बीजेपी के राजेंद्र कुमार ने जीत दर्ज की, उन्हें 99742 वोट मिले. कांग्रेस के उम्मीदवार रमेश चावड़ा को 60290 वोट मिले, जबकि आप के जगदीश चावड़ा को 3090 वोट मिले.

लुधियाना पश्चिम में संजीव अरोड़ा ने 35179 वोट प्राप्त कर जीत हासिल की. कांग्रेस के उम्मीदवार भारत भूषण आशु को 24542 वोट मिले, जबकि बीजेपी के जीवन गुप्ता को 20323 वोट मिले. अकाली दल के परोपकार सिंह घुम्मन को 8203 वोट मिले.