जोधपुर जेल में कैद आसाराम को जब जज ने रेप का दोषी करार दिया, तो पहले आसाराम का चेहरा उतर गया , फिर अचानक नाटकीय अंदाज में हंसने लगा. कुछ देर बाद आसारम जज से रहम की गुहार लगाने लगा. वकीलों के कांधे पर हाथ रखकर कहा कुछ तो बोलो.

5 साल पुराने यौन शोषण के मामले में आसाराम को जोधपुर की अदालत ने दोषी करार दे दिया. सुरक्षा कारणों से जेल में ही कोर्ट लगाई गई. सभी आरोपियों के आ जाने के बाद जज ने आसाराम को बुलाया. वो वहां नहीं था. अदालत की कार्रवाई शुरू हो चुकी थी, लिहाजा जज मधुसूदन शर्मा ने आसाराम को लाने के लिए कहा तो बताया गया कि वह पूजा कर रहा है. फिर वह 15 मिनट बाद जज के सामने पहुंचा.

तभी आसाराम के वकील ने जज से कहा कि वे उनके सामने कुछ कहना चाहते हैं. इस पर जज शर्मा ने वकील को कहा कि अब कुछ नहीं सुनना है. केस की सुनवाई पूरी हो चुकी है. अब निर्णय का समय है. इसके बाद जज शर्मा ने अपने स्टैनो से करीब दो पेज टाइप कराए.

कुछ देर बाद उन्होंने फैसला सुनाते हुए आसाराम को दोषी करार दे दिया. आसाराम के साथ शिल्पी और शरतचंद को भी जज ने दोषी करार दिया. लेकिन शिवा और प्रकाश की कम उम्र का हवाला देते हुए जज ने उन्हें बरी कर दिया.

सरकारी वकीलों ने आसाराम को कड़ी सजा दिए जाने को लेकर दलीलें देना शुरू किया और सजा पर बहस होने लगी. इसी बीच फैसला सुनने के बाद आसाराम ने जज से कहा कि वह बूढ़ा हो गया है. उस पर रहम किया जाए. आसाराम की तरफ से वकीलों की फौज मौजूद थी. उसकी पैरवी करने के लिए कोर्ट में 14 वकील मौजूद थे.

बापू सेहत के लिए तू तो हानिकारक है.

आसाराम पर आज फैसला आने के बाद ट्विटर के टॉप ट्रेंड में आसाराम लगातार जगह बनाए हुए है. सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इस फैसले को सही करार देते हुए जोधपुर न्यायालय की तारीफ की है और कहा है कि इससे लोगों के बीच संदेश जाएगा कि बुरे काम का बुरा नतीजा ही होता है । कुछ लोगों ने ट्वीट कर कहा है कि बापू सेहत के लिए तू तो हानिकारक है…