दिल्ली. पाकिस्तान में ईशनिन्दा के आरोप में 2010 से ही जेल में बंद ईसाई महिला आसिया बीबी शीर्ष अदालत द्वारा दोषमुक्त करार दिए जाने के बावजूद क्रिसमस हिरासत में ही मनाने को मजबूर है।
आठ साल से जेल में बंद आसिया को अभी भी रूढ़िवादी मुस्लिम बहुल पाकिस्तान में लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। कट्टरपंथी लोग लगातार उसे मौत की सजा देने की मांग करते रहे हैं। पाकिस्तान सरकार उसकी जान पर खतरे को देखते हुए उसके ठिकाने का खुलासा करने से इनकार कर रही है।
इस्लामाबाद की गरीब ईसाई बस्ती, जिसे त्योहार के मद्देनजर सांता हैट और क्रिसमस ट्री से सजाया गया है के निवासियों में से एक यूसुफ हदायत ने कहा कि यह काफी खतरनाक है। लोग उसकी हत्या करना चाहते हैं। इस बार के क्रिसमस में ईसाई मोहल्लों की सुरक्षा काफी कड़ी रहेगी। इन इलाकों में सरकार सशस्त्र बलों को तैनात करने जा रही है।
इन बस्तियों के निवासियों का कहना है कि वे धार्मिक छुट्टी के दौरान पहले से कहीं ज्यादा असहज महसूस करते हैं, जबकि बीबी का भविष्य अभी अधर में लटका हुआ है। इस्लामाबाद स्थित होली ऑफ होलीज चर्च के पादरी मुनव्वर इनायत ने कहा कि हम डरे हुए हैं। हम किसी के खिलाफ नहीं बोल सकते। गौरतलब है कि पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने अक्तूबर में ईशनिन्दा के आरोप को लेकर बीबी की मौत की सजा को पलट दिया था और उसे दोषमुक्त कर दिया था।