Supreme Court Hearing On India-Pak Match In Asia Cup: यूएई में एशिया कप-टी20 का आगाज हो चुका है। अपने पहले मैच में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बड़ी जीत हासिल की है। अब टीम इंडिया का अगला मैच 14 सितंबर को पाकिस्तान के साथ खेला जाना है। हालांकि Asia Cup में भारत-पाकिस्तान टी20 मैच को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। कुछ लॉ के छात्रों ने भारत-पाक मैच को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। दलील में कहा गया कि पहलगाम हमले के बाद इतनी जल्दी कोई मैच करवाना लोगों और शहीद हुए भारतीय सेना के जवानों का अपमान करने के बराबर है। याचिका पर 11 सितंबर को देर शाम सुनवाई हुई।
सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट एशिया कप 2025 में 14 सितंबर को होने वाले भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच को रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुजल्द सुनवाई से इनकार कर दिया। देश के शीर्ष न्यायालय ने कहा कि ये एक मैच है। इसे होने दीजिए।
याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से जल्द सुनवाई की मांग की थी। अदालत ने कहा था कि मैच रविवार को है, इसलिए शुक्रवार को ही सुनवाई हो। जस्टिस जेके माहेश्वरी और जस्टिस विजय बिश्नोई की बेंच ने कहा, इतनी जल्दी क्या है? यह एक मैच है, इसे होने दीजिए। मैच इसी रविवार को है, क्या किया जा सकता है? न्यायमूर्ति जे के माहेश्वरी और न्यायमूर्ति विजय बिश्नोई की पीठ के समक्ष एक वकील ने तत्काल सुनवाई का अनुरोध करते हुए यह मामला उठाया। पीठ ने इस जनहित याचिका पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इसमें इतनी जल्दी क्या है? यह एक मैच है, इसे होने दो। मैच इस रविवार को है, क्या किया जा सकता है? याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से जल्द सुनवाई की मांग की थी।
सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका में क्या कहा गया?
बता दें कि उर्वशी जैन के नेतृत्व में चार कानून की छात्राओं ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर कहा कि पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच का आयोजन राष्ट्रीय गरिमा और जनभावना के विपरीत संदेश देता है।

उर्वशी जैन सहित कानून के चार छात्रों ने संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत दायर इस जनहित याचिका में एशिया कप टी20 लीग के हिस्से के रूप में 14 सितंबर, 2025 को दुबई में होने वाले भारत-पाकिस्तान टी20 क्रिकेट मैच को रद्द करने के लिए तत्काल निर्देश देने की मांग की है। याचिकाकर्ताओं ने राष्ट्रीय खेल शासन अधिनियम, 2025 के कार्यान्वयन के लिए निर्देश देने की भी मांग की है।
क्या थी दलील?
याचिका में कहा गया है कि पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर, जिसमें भारतीय नागरिकों और सैनिकों ने अपने जीवन का बलिदान दिया। इसके बाद पाकिस्तान के साथ एक क्रिकेट मैच का आयोजन राष्ट्रीय गरिमा और जन भावना के साथ एक असंगत संदेश भेजता है। यह तर्क दिया गया है कि आतंकवाद को पनाह देने वाले राष्ट्र के साथ खेलों में शामिल होना सशस्त्र बलों के मनोबल को कमजोर करता है और शहीदों और आतंकवाद के पीड़ितों के परिवारों को पीड़ा का कारण बनता है। याचिकाकर्ताओं का तर्क है कि क्रिकेट को राष्ट्रीय हित और देश की जनता के जीवन और सेना की निष्ठा और बलिदान से ऊपर नहीं रखा जा सकता है।
यह भी पढ़ेंः- ‘एक मूर्ख की वजह से देश इतना नुकसान नहीं झेल सकता…,’ किरेन रिजिजू का राहुल गांधी पर करारा वार, बोले- अब हर बिल पास कराएगी सरकार
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक