Asian Paints Business: आज हम आपको भारत की एक ऐसी दिग्गज कंपनी की कहानी के बारे में बताएंगे, जिसकी शुरुआत भारत की आज़ादी से पहले बहुत ही छोटे पैमाने पर हुई थी. आज यह कंपनी भारत की दिग्गज कंपनियों में शामिल हो चुकी है. इस कंपनी का कारोबार 2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है. आज बाजार में इसके 2,281.10 शेयर हैं, जो 2.50 (0.11%) पर कारोबार कर रहे हैं.

हम बात कर रहे हैं एशियन पेंट्स की. भारत में जब भी घर की पेंटिंग की बात आती है, तो ज्यादातर लोग अपने घर को एशियन पेंट्स पेंट से ही पेंट करवाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एशियन पेंट्स की शुरुआत कैसे हुई?

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आज़ादी से पहले हुई थी Asian Paints की शुरुआत (Asian Paints Business)

भारत में एशियन पेंट्स का इतिहास बहुत पुराना है. इस कंपनी की शुरुआत ब्रिटिश शासन के दौरान 4 दोस्तों ने मिलकर की थी. बात साल 1940 की है, जब भारत में पेंटिंग के लिए पेंट विदेशों से आते थे.

अंग्रेजों ने आयात पर रोक लगा दी थी. ऐसे में भारत में पेंट्स की काफी समस्या थी. यह देखकर 4 दोस्तों के मन में पेंट का कारोबार शुरू करने का विचार आया.

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साल 1942 में हुई थी एशियन पेंट्स की शुरुआत (Asian Paints Business)

साल 1942 में मुंबई में एशियन पेंट्स की शुरुआत हुई थी. यह शुरुआत बहुत ही छोटे स्तर से हुई थी. शुरुआत में 4 दोस्तों ने एक छोटी सी जगह में पेंट बनाया और उसे प्लास्टिक के पाउच में पैक करके घर-घर जाकर बेचना शुरू किया. धीरे-धीरे लोगों को यह पेंट काफी पसंद आने लगा और कुछ ही सालों में यह कारोबार बढ़ता चला गया.

देश की आज़ादी से पहले ही एशियन पेंट्स का कारोबार काफी बढ़ चुका था. साल 1945 में कंपनी का मुनाफा 3 लाख रुपये तक पहुंच गया था. आज़ादी के बाद कंपनी ने प्रमोशन और विज्ञापन पर भी ध्यान दिया. आज एशियन पेंट्स कंपनी भारत में एक बहुत बड़ी कंपनी बन चुकी है.

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