कलिकाल में हनुमान जी अपने भक्तों से बहुत जल्द प्रसन्न होने वाले देवता है. हनुमान जी की पूजा बाधाओं को दूर करने सहायक होती है. हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए मंगलवार या शनिवार को भक्त उन्हें कई तरह के प्रसाद का भोग लगाते हैं और कई प्रकार की चीजें भी भेंट करते हैं. ऐसे में अगर आप भी बजरंगबली को प्रसाद चढ़ाने की सोच रहे हैं, तो कुछ खास चीजों को चढ़ाने से बजरंग बली खुश हो सकते हैं. इनमें से ही एक एक पान जिसे बीड़ा भी कहा जाता है. आपने सुनी होगी एक प्रचलित लोकोक्ति ‘बीड़ा उठाना’.

इसका अर्थ होता है- कोई महत्वपूर्ण या जोखिमभरा काम करने का उत्तरदायित्व अपने ऊपर लेना. यदि आपके जीवन में कोई घोर संकट है या ऐसा काम है जिसे करना आपके बस का नहीं है, तो आप अपनी जिम्मेदारी हनुमानजी को सौंप दें. इसके लिए आप मंगलवार या शनिवार के दिन किसी मंदिर में पूजा-पाठ करने के बाद उन्हें पान का बीड़ा अर्पित करें. Read More – मैनेजर को याद आए Satish Kaushik के आखिरी लफ्ज, एक्टर ने कहा था ”मैं मरना नहीं चाहता, मुझे बचा लो” …

हनुमान जी को पान का बीड़ा अर्पित किया जाता है. कहते हैं कि हनुमानजी को पान का बीड़ा बहुत पसंद हैं. उनका पान अलग ही तरह से बनता है. कैसे बनता है उनका पान और क्या है उन्हें बीड़ा अर्पित करने का उद्देश्य और फायदा.

कैसे बनता है बीड़ा

इस पान में केवल ये पांच चीज़ें डलवाएं, कत्था, गुलकंद, सौंफ, खोपरे का बूरा और सुमन कतरी. पान बनवाते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसमें चूना एवं सुपारी नहीं हो. साथ ही यह पान तंबाकू लगे हाथ से नहीं बनना चाहिए. Read More – शतभिषा नक्षत्र में पहुंचे शनिदेव, तीन राशियों के लिए सबसे ज्यादा लकी, अपनी स्वराशि में विराजमान हैं शनि …

बीड़ा अर्पित करके वक्त क्या ये बोलें

हनुमानजी का विधि-विधान से पूजन करने के बाद यह पान हनुमानजी को अर्पण करें और साथ ही प्रार्थना करते हुए कहें, ‘हे हनुमानजी, आपको मैं यह मीठा रस भरा पान अर्पण कर रहा हूं. इस मीठे पान की तरह आप मेरा जीवन भी मिठास से भर दीजिए’. हनुमानजी की कृपा से कुछ ही दिनों में आपकी हर समस्या दूर हो जाएगी.