रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों द्वारा बिछाए गए प्रेशर IED की चपेट में आने से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आकाश राव गिरीपुंजे शहीद हो गए. वे 2 दिन बाद 11 जून को अपनी बेटी के जन्मदिन पर रायपुर निवास आने वाले थे. उन्होंने अपनी बेटी से वादा किया था कि वे जन्मदिन साथ मनाएंगे. लेकिन नक्सलवाद से जारी जंग में वे आज शहीद हो गए.

हफ्तेभर पहले बेटे का मनाया था जन्मदिन

ASP आकाश राव गिरीपुंजे हफ्तेभर पहले ही अपने घर आए थे. इस दौरान उन्होंने अपने बेटे का जन्मदिन भी मनाया. लेकिन परिवार के साथ यह मुलाकात उनकी आखिरी मुलाकात बन गई. बेटी के जन्मदिन से पहले ही वे वीरगति को प्राप्त हो गए. कल महादेव घाट में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

SSP डॉ. लाल उमेद सिंह ने परिजनों से की मुलाकात

वहीं SSP डॉ लाल उमेद सिंह शहीद ASP आकाश राव के परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अपना शोक व्यक्त किया और परिवार को ढांढस बंधाया. परिजनों से मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि वे पिताजी भाई चाचा से मुलाकात हुई. सभी पीड़ा में हैं.

SSP डॉ. लाल उमेद सिंह ने बताया कि जब आकाश का सिलेक्शन हुआ था, तब से मैं उसे जनता था. उस समय मैं रायपुर का एएसपी था. ये घटना बेहद दुखद है. उन्होंने बताया कि कल शहीद ASP आकाश राव का अंतिम संस्कार किया जाएगा. आईईडी ब्लास्ट में घायल अन्य जवानों को रायपुर लाया जा रहा है.

ASP आकाश राव गिरपुंजे के जीवन से जुड़ी जानकारी:

ASP आकाश राव गिरपुंजे (42 वर्ष) राज्य पुलिस सेवा 2013 बैच के अधिकारी थे. उनकी महासमुंद, रायपुर में पोस्टिंग रही है. वे रायपुर सिविल लाइन थाने में CSP रहे हैं. अपनी सेवा के दौरान उन्होंने कई बड़े मामलों में खुलासे किये थे. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा रायपुर के होलीक्रॉस से पूरी की थी.

छत्तीसगढ़ में यह तीसरी घटना

छत्तीसगढ़ में यह तीसरी और बस्तर की दूसरी घटना है, जिसमें एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी शहीद हुए हैं. 2001 में एडिशनल एसपी भास्कर दीवान शहीद हुए थे. 2011 में राजेश पवार गरियाबंद IED ब्लास्ट में शहीद हुए. वहीं अब 2025 में ASP आकाश राव सुकमा के कोंटा में IED ब्लास्ट में वीरगति को प्राप्त हो गए.

सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान हुआ IED ब्लास्ट

बता दें, ASP आकाश राव गिरपून्जे आज सुबह (9 जून) उप पुलिस अधीक्षक कोन्टा भानुप्रताप चंद्राकर, निरीक्षक सोनल गवला और अन्य जवानों के साथ क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा वाहन जलाने की घटना की जांच करने पैदल गश्त पर निकले थे. सर्च ऑपरेशन के दौरान कोन्टा-एर्राबोरा मार्ग पर डोंड्रा के पास हुए IED विस्फोट के चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गए.

ASP आकाश राव के साथ-साथ भानुप्रताप चंद्राकर (अनुविभागीय पुलिस अधिकारी, कोन्टा) और निरीक्षक सोनल गवला (थाना प्रभारी, कोन्टा) भी इस घटना में घायल हो गए. सभी घायलों को प्रारंभिक उपचार हेतु कोन्टा अस्पताल लाया गया. जहां उपचार के दौरान ASP आकाश राव शहीद हो गए.

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