रायपुर। एनएच 49 के निर्माण में लेटलतीफी का मामला बुधवार को सदन में गूंजा. बीजेपी विधायक नारायण चंदेल ने मामला उठाते हुए सरकार से सवाल किया- तय वक़्त बीतने के बाद भी निर्माण कार्य पूर्ण नहीं है. विलंब से काम करने पर ठेकेदार पर क्या कार्रवाई की गई? ठेकेदार को कितनी राशि का भुगतान किया गया.

जिस पर पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि- ठेकेदार पर फिलहाल पेनल्टी अब तक नहीं लगाई गई है. भूमि अधिग्रहण में विलंब की वजह से देरी हुई है.

मंत्री के जवाब के बाद विधायक ने सदन में गलत जवाब देने का आरोप लगाया. विधायक नारायण चंदेल ने कहा कि 19 लोग कौन थे, जिनसे भू अर्जन किया गया? सदन में गलत जवाब दिया जा रहा है. गलत जवाब बनाने वाले अधिकारियों को प्रताड़ित किया जाना चाहिए.

धर्मजीत सिंह ने कहा कि भू अर्जन की प्रक्रिया जटिल है. इस वजह से ही निर्माण कार्य मे देरी होती है. यही वक्त होता है जहां ठेकेदार प्रशासनिक अधिकारियों के संरक्षण में भ्रष्टाचार करता है. आसंदी एक निर्देश जारी करे कि संबंधित क्षेत्र के विधायकों के साथ बैठकर प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारी चर्चा कर लें.

नारायण चंदेल ने कहा- घटिया निर्माण किया जा रहा है. कोई टेक्निकल हैंड नहीं है जो निरीक्षण कर सके.क्या इसकी जांच कराई जायेगी?

पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि जांच की कोई जरूरत नहीं है. काम चल रहा है. यदि कहीं कोई गड़बड़ी पाई जाएगी वहां निश्चित तौर पर जांच कराएंगे.

जेसीसी विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा कि भू अर्जन की कार्यवाही का अधिकार पीडब्ल्यूडी को दिया जाए. उन्होंने पूछा देरी के लिए ठेकेदार पर जुर्माना लगाएंगे?

पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि विभाग को भू अर्जन का अधिकार दिलाना मेरे हाथ मे नहीं है. मंत्री ने कहा कि नारायण चंदेल के साथ मैं उस सड़क का दौरा कर लूंगा. स्पीकर ने कहा कि सौरभ सिंह, बसपा विधायक केशव चंद्रा और धर्मजीत सिंह को भी ले जाएं