रूपेश गुप्ता, रायपुर। शून्य काल में प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा. भाजपा विधायक शिव रतन शर्मा ने मामले में स्थगन की मांग की. अजय चंद्राकर ने कहा 1 साल में सरकार हफरने लगी है. मंत्रियों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है. कवर्धा और बस्तर में मॉब लीचिंग हुई. केशव चंद्र ने कहा – पूरे प्रदेश में अराजकता है, किसी पीड़ित को न्याय नहीं मिल रहा है. धर्मजीत सिंह ने कहा कि चर्चा नहीं कराया तो हम बात कैसे करेंगे, मंत्रियों के फ़ोन जाने के बाद धाराएं बढ़ा दी जाती हैं.

धरमलाल कौशिक ने पंकज बेक का मामला उठाते हुए कहा कि पंकज बेक के मामले में आरोपी पुलिस वाले उनके घरवालो को धमका रहे हैं. मंत्री कद्दावर मंत्री को पत्र लिखने की बात कर रहा है तो अंदाज़ लगाइये की क्या स्थिति है. पुलिस पर से लोगों का भरोसा उठ रहा है.

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि गंभीर विषय है कि 59 पुलिस वालों ने आत्महत्या की है. सरकार ने पुलिस का मनोबल तोड़ दिया है. FIR समाप्त करने के लाखों रुपये ले रहे हैं. फ़र्ज़ी रिपोर्ट पर FIR हो रही है. पुलिस राजनीतिक कार्रवाइयां कर रही है. जिसके बाद आसंदी ने विचार कर व्यवस्था की बात की तो विपक्षी भाजपा के सदस्यो ने हंगामा शुरू कर दिया.

मोहम्मद अकबर ने जवाब देते हुए कहा कि  2018 में 904 हत्याए हुई. गृह मंत्री के सदन में रहने के बाद भी अकबर द्वारा बात रखने पर भाजपा ने आपत्ति की. हंगामे के बीच 5 मिनट के लिए सदन स्थगित.